![खुद को हारते देख अफगान राष्ट्रपति गनी ने तालिबान को दिया ये प्रस्ताव: रिपोर्ट](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202108/gettyimages-1233884101-594x594_3-sixteen_nine.jpg)
खुद को हारते देख अफगान राष्ट्रपति गनी ने तालिबान को दिया ये प्रस्ताव: रिपोर्ट
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तालिबान ने गुरुवार को रणनीतिक नजरिए से अहम शहर गजनी को भी अपने नियंत्रण में ले लिया. गजनी शहर काबुल से सिर्फ 150 किमी दूर है. अब तक तालिबान ने करीब 10 प्रांतीय राजधानियों को अपने कब्जे में ले लिया है. अमेरिकी इंटेलिजेंस ने भी आगाह किया है कि 90 दिनों के भीतर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक तालिबान पहुंच जाएगा. ऐसे में, अब खबर आ रही है कि अफगानिस्तान की सरकार ने तालिबान को एक प्रस्ताव दिया है.
अफगानिस्तान की सरकार ने तालिबान को जंग खत्म करने के लिए सत्ता में साझेदार बनाने का प्रस्ताव दिया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने सूत्रों के हवाले से ये खबर छापी है. सूत्र ने एएफपी एजेंसी से बताया कि उनकी सरकार ने मध्यस्थता कर रहे कतर को ये प्रस्ताव भेजा है. अफगानिस्तान की अशरफ गनी की सरकार ने हिंसा रोकने के लिए तालिबान को सरकार में हिस्सेदार बनाने का प्रस्ताव दिया है. (फोटो- अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी/गेटी इमेजेस) अफगानिस्तान की सरकार से जुड़े एक सूत्र ने अलजजीरा को बताया कि अफगान सरकार ने तालिबान को सत्ता में साझेदार बनाने का प्रस्ताव दिया है ताकि देश में जारी हिंसा का दौर थम जाए. अमेरिकी प्रतिनिधि जालमाय खालिजाद अफगानिस्तान के मुद्दे पर होने वाली एक अंतरराष्ट्रीय बैठक के लिए कतर पहुंचे हैं. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए इस सप्ताह दोहा में दो अहम बैठकें हो रही हैं. नेड प्राइस ने कहा कि बैठक में अफगानिस्तान में हिंसा रोकने और बलपूर्वक आई किसी भी सरकार को मान्यता ना देने को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की जाएगी. (फोटो- अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह/गेटी इमेजेस)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.