
क्या NATO देश हैं Russia का अगला टार्गेट? America ने की रूस के बॉर्डर पर सैन्य घेराबंदी!
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17 दिन तक यूक्रेन ने कीव को रूसी कब्जे से बचाकर रखा लेकिन अब कितने दिन तक वो कीव को सुरक्षित रख पाएगा. ये कहना मुश्किल है. लेकिन कीव को गिरते हुए चुपचाप देखने वाला नाटो और खुद को सुपरपावर कहने वाला अमेरिका अब पुतिन के इरादों से डरने लगा है. उसे डर है कि यूक्रेन के बाद रूस का अगला टारगेट नाटो देश हो सकते हैं. इसलिए अब अमेरिका ने रूस के बॉर्डर पर सैन्य घेराबंदी शुरु कर दी है. ऐसे में बड़ा सवाल ये कि, तो क्या अब विश्वयुद्ध का सायरन बजने लगा है ? नाटो हो या यूरोपियन यूनियन, सभी जानते हैं कि अगर उन्होंने पुतिन को भड़काने वाली कोई भी हरकत की तो ये विश्वयुद्ध को भड़काने जैसा होगा. जिससे बचने की बात कहकर अमेरिका और नाटो देश यूक्रेन को सैन्य मदद देने से कन्नी काटते रहे है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.