
क्या है 8 साल पहले के प्लेन हादसे का वो सीक्रेट, जिस पर रूस को घेरने में जुटे दो देश
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रूस के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स ने संयुक्त राष्ट्र की एविएशन एजेंसी में केस शुरू करने का फैसला लिया है. ये केस 8 साल पहले हुए प्लेन हादसे से जुड़ा है. जुलाई 2014 में मलेशिया का एक प्लेन क्रैश हो गया था. रूस पर इस प्लेन को मिसाइल से मार गिराने का आरोप लगा था.
यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं. ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स ने 8 साल पुराने मामले में रूस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का फैसला लिया है.
दरअसल, जुलाई 2014 में मलेशिया का एक प्लेन पूर्वी यूक्रेन में क्रैश हो गया था. रूस पर इस प्लेन को मार गिराने का आरोप लगा था. इसमें सवार ज्यादातर यात्री ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स के ही थे. अब 8 साल बाद दोनों देश रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र की एविएशन एजेंसी में कानूनी केस शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.
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क्या है प्लेन हादसे का सीक्रेट?
- मार्च 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. क्रीमिया यूक्रेन का हिस्सा हुआ करता था. क्रीमिया के बाद पूर्वी यूक्रेन के डोनबास प्रांत में रूस समर्थित अलगाववादियों और यूक्रेनी सेना के बीच संघर्ष शुरू हो गया.
- 17 जुलाई 2014 को मलेशिया की फ्लाइट MH17 एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रही थी. जब ये फ्लाइट रूस-यूक्रेन बॉर्डर से 50 किमी दूर थी, तभी इसका एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से इनका संपर्क टूट गया. बाद में तस्वीरों में सामने आया कि ये प्लेन डोनेत्स्क में क्रैश हो गया है. डोनेत्स्क पर रूस समर्थित अलगाववादियों ने कब्जा कर लिया था.

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