क्या है विवादों में घिरा फ्रांस का बुर्किनी मामला, आमने-सामने खड़ी हैं सरकारें
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फ्रांस के ग्रेनोबल शहर ने मई महीने में सार्वजनिक स्विमिंग पूल में महिलाओं के बुर्किनी पहनने को मंजूरी दी थी. इस फैसले को बाद में अदालत ने रद्द कर दिया था. अब ग्रेनोबल प्रशासन ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर अदालत कभी भी फैसला सुना सकती है.
फ्रांस में बुर्किनी को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा. फ्रांस के ग्रेनोबल शहर ने पिछले महीने सार्वजनिक स्विमिंग पूल में महिलाओं के बुर्किनी पहनने को मंजूरी दी थी, जिसे अदालत ने रद्द कर दिया था. अब इस फैसले को ग्रेनोबल प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर अदालत कभी भी फैसला सुना सकती है.
बुर्किनी दरअसल कई मुस्लिम महिलाओं द्वारा स्विमिंग के दौरान पहने जाने वाला स्विम सूट है. इस स्विमसूट में शरीर पूरी तरह से ढका रहता है. यही वजह है कि इसे लेकर फ्रांस में विरोध के सुर उठते रहे हैं.
ग्रेनोबल सरकार ने औपचारिक रूप से मई में महिलाओं को राज्य के सार्वजनिक स्विमिंग पूल में स्विमवियर बुर्किनी पहनने की मंजूरी दी थी. ग्रेनोबल प्रशासन ने लगभग दस साल के प्रतिबंध के बाद बुर्किनी के इस्तेमाल पर लगी रोक हटाई थी. हालांकि, फ्रांस की सरकार बुर्किनी के पक्ष में नहीं है. फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मानिन ने बुर्किनी का विरोध करते हुए इसे सेक्युलरिज्म के खिलाफ बताया है.
उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार्य और समुदाय को उकसाने वाला है. यह फैसला मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता को लेकर हमारे कानूनों के विपरीत है.
क्या कहता है फ्रांस का धर्मनिरपेक्षता कानून
देश के धर्मनिरपेक्षता कानून 1905 के तहत स्विमिंग पूल सहित सावर्जनिक स्थानों पर धार्मिक प्रतीक चिह्नों को मंजूरी दी गई है. हालांकि, यह मंजूरी तभी तक है, जब तक यह सुरक्षा या स्वच्छता मानकों से किसी तरह का समझौता नहीं करे.
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