![कोरोना के साये में 2021-22 की गणतंत्र दिवस परेड: राफेल की गर्जना से लेकर भावना कंठ के करतब तक](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/video/202501/67950ccfa6102-republic-day-parades-202122-highlights-covid-impact-250946357-16x9.png)
कोरोना के साये में 2021-22 की गणतंत्र दिवस परेड: राफेल की गर्जना से लेकर भावना कंठ के करतब तक
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2021 और 2022 के गणतंत्र दिवस समारोह कोरोना महामारी के बीच आयोजित किए गए. इन वर्षों में कई बदलाव देखने को मिले, जैसे विदेशी मेहमानों की अनुपस्थिति और सीमित दर्शक संख्या. फिर भी, परेड में कई विशेषताएं रहीं - लद्दाख की पहली झांकी, राम मंदिर की प्रस्तुति, भावना कंठ का ऐतिहासिक फ्लाई पास्ट, राफेल विमान का प्रदर्शन और 75 लड़ाकू विमानों का विशाल फ्लाई पास्ट. इन सबके बावजूद, देश का उत्साह और गौरव कम नहीं हुआ.
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भारत रूस से सस्ता तेल खरीदता है तो अमेरिका को दिक्कत है, भारत ईरान से अपने संबंध प्रगाढ़ करता है तो अमेरिका को दिक्कत है, लेकिन दक्षिण चीन सागर में भारत जब चीन के विस्तारवाद को चुनौती देता है तो अमेरिका इसे पसंद करता है. दरअसल अमेरिकी विदेश नीति का एक ही मकसद होता है 'US फर्स्ट'. अमेरिका की ये महात्वाकांक्षा भारत के हितों के साथ कई बार टकराती है.
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने पूरी कैबिनेट के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान किया. उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों ने संगम में स्नान किया और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए कामना की. भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा 'जो लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उनसे उम्मीद नहीं.
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लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बोर्ड वाली जेपीसी रिपोर्ट पर जमकर हंगामा हुआ. दोनों जगह विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने न्यू इनकम टैक्स बिल पेश किया और स्पीकर ओम बिरला से इसे सदन की प्रवर समिति को भेजने का आग्रह किया. विपक्षी सदस्यों ने विधेयक को पेश किए जाने के चरण में विरोध किया, लेकिन सदन ने इसे पेश करने के लिए ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित कर दिया.
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अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार बेहद सख्त रुख अपना रही है. हाल में भारत समेत कई देशों के घुसपैठियों को उसने बाहर का रास्ता दिखाया. ब्रिटेन भी इसी राह पर है. इस बीच हमारे यहां भी इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल आ सकता है. इसमें अवैध रूप से सीमा पार करने वालों के लिए ज्यादा कड़ी सजाएं होंगी.