
कैसे पड़ा Air India नाम? 1946 के इस खत से खुलासा, इन चार नामों में हुई थी वोटिंग
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Tata Group की ओर से ट्वीट में 1946 की एक चिट्ठी शेयर की गई है, ये आज से 78 साल पहले 1946 में टाटा की मंथली बुलेटिन (Tata Monthly Bulletin) में छपी थी. जिसमें बकायदा बताया गया कि AIR INDIA नाम पर मुहर के लिए कर्मचारियों के बीच एक वोटिंग की गई थी.
एअर इंडिया (Air India) एक बार फिर टाटा कंपनी हो चुकी है. पिछले महीने ही इसपर अंतिम मुहर लगी है. टाटा ग्रुप का कहना है कि एअर इंडिया को फिर से लोकप्रिय बनाना उसकी पहली प्राथमिकता है. Air India का मालिकाना हक मिलने के बाद अब टाटा ग्रुप को इसके नाम और लोगो (LOGO) अभी 5 साल तक संभाल कर रखना होगा.
टाटा ग्रुप ने 18000 करोड़ रुपये की सबसे ज्यादा बोली लगाकर एअर इंडिया को अपने नाम किया है. इस बीच रविवार को टाटा ग्रुप की ओर से एक खत सार्वजनिक किया है. जिससे खुलासा होता है कि आखिर में किस तरह से टाटा ग्रुप (Tata Group) ने अपने एयरलाइंस का नाम AIR INDIA रखा था.
Tata Group की ओर से ट्वीट में 1946 की एक चिट्ठी शेयर की गई है, ये आज से 78 साल पहले 1946 में टाटा की मंथली बुलेटिन (Tata Monthly Bulletin) में छपी थी. जिसमें बकायदा बताया गया कि AIR INDIA नाम पर मुहर के लिए कर्मचारियों के बीच एक वोटिंग की गई थी. (2/2): But who made the final decision? Read this excerpt from the Tata Monthly Bulletin of 1946 to know. #AirIndiaOnBoard #WingsOfChange #ThisIsTata pic.twitter.com/E7jkJ1yxQx

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