कुवैत अग्निकांड में मरने वालों में तीन यूपी के निवासी, योगी सरकार ने दूतावास से साधा संपर्क
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कुवैत के मीडिया के मुताबिक आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. ये हादसा बुधवार की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों हादसे की सूचना दी गई थी. इसका मतलब ये आग अलसुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद के आगेश में थे. कुवैत के मीडिया के अनुसार निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें से अधिकांश केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के भारतीय रह रहे थे.
कुवैत के मंगाफ शहर में बीते बुधवार की सुबह बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में मृत 45 भारतीयों में से तीन यूपी के निवासी बताए जा रहे हैं. इस जानकारी के सामने आने के बाद योगी सरकार हरकत में आ गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के आलाधिकारी विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं.
जानकारी के मुताबिक मृतकों में यूपी के प्रवीण माधव सिंह (वाराणसी), जयराम गुप्ता (गोरखपुर) और अंगद गुप्ता (गोरखपुर) शामिल हैं. इसके अलावा घटना में घायल अन्य लोगों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. उक्त लोगों के परिजनों से अधिकारी संपर्क साध रहे हैं और इसके बाद कुवैत में भारतीय दूतावास से भी संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि मंगाफ शहर में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 45 भारतीयों समेत कुल 49 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इसके बाद भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को कुवैत के लिए रवाना कर दिया है. मृतकों में से अधिकांश केरल और तमिलनाडु के निवासी हैं. वहीं अब मृतकों में तीन भारतीयों के होने की भी जानकारी सामने आई है.
कब हुआ था हादसा?
कुवैत के मीडिया के मुताबिक आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. ये हादसा बुधवार की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों हादसे की सूचना दी गई थी. इसका मतलब ये आग अलसुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद के आगेश में थे. कुवैत के मीडिया के अनुसार निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें से अधिकांश केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के भारतीय रह रहे थे.
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