किसी को दोस्ती मंजूर नहीं, तो कोई दुश्मनी भुलाने को नहीं तैयार... पंजाब से बंगाल तक 'INDIA' की राह में अपने ही रोड़े!
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विपक्ष के 26 दलों ने 2024 के चुनाव में 'I.N.D.I.A.' के बैनर तले उतरने का ऐलान तो कर दिया लेकिन ये होगा कैसे? किसी को ये दोस्ती मंजूर नहीं है तो कोई दुश्मनी भुलाने को तैयार नहीं है. इस गठबंधन की राह में पंजाब से पश्चिम बंगाल तक अपने ही रोड़े हैं.
विपक्षी दलों ने 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मजबूत चुनौती देने के लिए गठबंधन का ऐलान कर दिया है. विपक्ष के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) को अस्तित्व में आए अभी एक हफ्ते भी नहीं हुए कि घमासान भी शुरू हो गया है.
किसी को दोस्ती मंजूर नहीं है तो कोई दुश्मनी भुलाने को तैयार नहीं है. इस गठबंधन में आम आदमी पार्टी के शामिल होने पर आपत्ति जताते हुए पंजाब कांग्रेस की पूरी इकाई ही विरोध में खड़ी हो गई है तो वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रधानमंत्री पद पर दावा ठोक दिया है. नए गठबंधन की राह में पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक, कई रोड़े हैं.
AAP की एंट्री के खिलाफ पंजाब कांग्रेस
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने विपक्षी गठबंधन में आम आदमी पार्टी की एंट्री का विरोध किया है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ कहा है कि हम कई मुद्दों पर आम आदमी पार्टी के खिलाफ लड़ रहे हैं. कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है, जेल में डाला जा रहा है. पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच समझौता नहीं हो सकता.
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी दो टूक कहा कि हम आम आदमी पार्टी और इसके नेताओं के खिलाफ हैं. हमें गठबंधन से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इसमें आम आदमी पार्टी को शामिल किए जाने का फैसला स्वीकार नहीं है. पंजाब कांग्रेस के नेता केजरीवाल की पार्टी की एंट्री के खिलाफ जहां खुलकर सामने आ गए हैं तो वहीं दिल्ली कांग्रेस के नेता भी ये दोस्ती स्वीकार करने में हिचक रहे हैं.
AAP के साथ कैसे होगा सीट समझौता
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