!['कितनी दीवाली आई, गई लेकिन...', भारत का नाम लेकर अपनी सरकार पर क्यों भड़के ब्रिटिश नेता?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202406/667a5b7eec1a7-britain--labour-party-255405688-16x9.jpg)
'कितनी दीवाली आई, गई लेकिन...', भारत का नाम लेकर अपनी सरकार पर क्यों भड़के ब्रिटिश नेता?
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ब्रिटेन की विपक्षी पार्टी के नेता ने सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी को निशाने पर लिया है. विपक्षी नेता का कहना है कि ये सरकार भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता कराने में विफल रही है. उनका कहना है कि अगर उनकी सरकार आती है तो भारत से साथ जल्द ये समझौता किया जाएगा.
ब्रिटेन और भारत के बीच लंबे समय से मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बात होती रही है लेकिन अब तक इस पर मुहर नहीं लगी है जिसे लेकर ब्रिटेन की विपक्षी पार्टी ने नेता ने सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधा है. ब्रिटेन के विपक्षी लेबर पार्टी के नेता डेविड लैम्मी ने सोमवार को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कई दीवाली आई और चली गई लेकिन सरकार भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता कराने में विफल रही है.
इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) में बोलते हुए लेबर पार्टी के शैडो फॉरेन सेक्रेटरी लैमी ने ऋषि सुनक सरकार के साथ कंजर्वेटिव पार्टी के ही पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'कई दीवाली आई और चली गई लेकिन व्यापार समझौता नहीं हुआ जिससे कई क्षेत्रों में व्यापार इंतजार में है.'
बोरिस जॉनसन ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए दीवाली 2022 की डेडलाइन तय की थी और इसी संबंध में लैमी ने कंजर्वेटिव पार्टी को निशाने पर लिया.
'अब किपलिंग की नहीं, टैगोर की कविता...'
फोरम के दौरान अपने संबोधन में लेबर पार्टी के नेता ने कहा कि भारत आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक क्षेत्र में एक सुपरपावर है और उनकी पार्टी की प्राथमिकता है.
लेबर पार्टी नेता लैमी ने कहा, 'लेबर पार्टी के कारण, अब वो दिन गए जब बोरिस जॉनसन एशिया में रुडयार्ड किपलिंग की पुरानी कविता को पढ़ते थे. अगर मैं भारत में कोई कविता पढ़ता हूं, तो वह टैगोर की कविता होगी...क्योंकि भारत जैसी महाशक्ति के साथ, सहयोग और सीखने के क्षेत्र असीमित हैं.'
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रिपोर्ट के अनुसार सभी आरोपियों ने 2 फरवरी को इस्ताना (निषिद्ध क्षेत्र) की परिधि में बिना परमिट के सभा या जुलूस किया था. इसी केस में सिंगापुर की कोर्ट ने भारतीय मूल की कार्यकर्ता समेत तीन महिलाओं पर आरोप लगाया है. भारतीय मूल की अन्नामलाई एक जानी-मानी ह्यूमन एक्टिविस्ट हैं. जिन पर मोसामद, सिती अमीरा और अन्य को अपने साथ शामिल करके कथित अपराध को बढ़ावा देने का आरोप है.
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बोलिवियाई टेलीविजन पर बख्तरबंद वाहनों को राष्ट्रपति भवन के दरवाज़ों से टकराते हुए दिखाया गया, जबकि एक शीर्ष अधिकारी ने बोलिवियाई लोगों से लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए कहा. उधर, सरकारी भवन में प्रवेश करने से पहले जुनिगा ने प्लाजा में पत्रकारों से कहा, "निश्चित रूप से जल्द ही मंत्रियों का एक नया मंत्रिमंडल होगा. हमारा देश, हमारा राज्य इस तरह नहीं चल सकता. अभी के लिए वह आर्से को कमांडर इन चीफ के रूप में मान्यता देते हैं."