
'कश्मीर राग अलापने की बजाय अपने मामलों पर ध्यान दे पाकिस्तान', UN में भारत की दो टूक
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मधुसुदन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर समझौता नहीं किया जा सकता है. यूएन में भारत ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण विषय से इस परिषद का ध्यान भटकाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल ने फिर से इस मंच का दुरुपयोग किया.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. एक मामले पर चर्चा के दौरान भारत ने पाकिस्तान से कड़े लहजे में कहा कि वह कश्मीर मुद्दा उठाने और भारत के खिलाफ आरोप लगाने के बजाय अपने आंतरिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करे. भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन में काउंसलर आर मधु सूदन ने कहा कि इस परिषद के समय का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए मेरा सुझाव है कि संबंधित प्रतिनिधिमंडल मेरे देश के खिलाफ तुच्छ आरोपों में शामिल होने के बजाय अपने आंतरिक मामलों को संबोधित करने और अपनी सीमाओं के भीतर व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करें.
मधु सूदन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अकाल और वैश्विक खाद्य असुरक्षा पर खुली बहस के दौरान एक पाकिस्तानी प्रतिनिधि द्वारा उठाए गए कश्मीर के मुद्दे का जवाब दे रहे थे. उन्होंने अपनी टिप्पणी में कहा कि दुर्भाग्य से हमने देखा कि खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण विषय से इस परिषद का ध्यान भटकाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल ने फिर से इस मंच का दुरुपयोग किया.
मधुसुदन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर समझौता नहीं किया जा सकता है, मधु सूदन ने उन लोगों के साथ बहस या बहस में शामिल होना अनावश्यक समझा, जो अपने गैरकानूनी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद का सहारा लेते हैं. उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह मेरे देश के खिलाफ तुच्छ आरोपों में शामिल होने के बजाय आंतरिक मामलों पर ध्यान दें. और अपनी सीमाओं के भीतर व्यवस्था बहाल करें.
भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर तनावपूर्ण संबंध हैं, जिनमें इस्लामाबाद द्वारा सीमा पार आतंकवाद को निरंतर समर्थन और कश्मीर मुद्दा भी शामिल है. भारत का दावा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा देश का हिस्सा था, है और रहेगा.

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