कश्मीरी केसर, पुणे का चेस सेट और कोल्हापुरी कलश... विदेशी दोस्तों को PM मोदी ने क्या-क्या तोहफे दिए
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नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी हालिया यात्रा में पीएम मोदी अपने साथ देश के कोने-कोने से अनोखे तोहफे लेकर गए. यात्रा के दौरान, पीएम अपने साथ महाराष्ट्र से 8, जम्मू-कश्मीर से 5, आंध्र प्रदेश और राजस्थान से 3-3, झारखंड से 2 और कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और लद्दाख से 1-1 उपहार लेकर गए.
पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राएं कई कारणों से चर्चा में रहीं. कई देशों में तो दशकों बाद या पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री कदम रख रहे थे. हर मुल्क में भारतीय समुदाय ने दिल खोलकर पीएम मोदी का स्वागत किया. एक और चीज जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा वो थे प्रधानमंत्री के तोहफे जो वो राष्ट्राध्यक्षों के लिए लेकर जाते हैं. इन तोहफों में भारतीय परंपराओं, प्राचीन कला, शिल्प और आध्यात्मिकता की झलक होती है.
नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी हालिया यात्रा में पीएम मोदी अपने साथ देश के कोने-कोने से अनोखे तोहफे लेकर गए. यात्रा के दौरान, पीएम अपने साथ महाराष्ट्र से 8, जम्मू-कश्मीर से 5, आंध्र प्रदेश और राजस्थान से 3-3, झारखंड से 2 और कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और लद्दाख से 1-1 उपहार लेकर गए.
नाइजीरिया के राष्ट्रपति को दिया कोल्हापुर का पंचामृत कलश
महाराष्ट्र के उपहारों में सिलोफर पंचामृत कलश शामिल है, जो कोल्हापुर के पारंपरिक शिल्प कौशल का एक शानदार उदाहरण. उन्होंने यह तोहफा नाइजीरिया के राष्ट्रपति को दिया. इसके अलावा पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को वारली पेंटिंग उपहार में दी. वारली मुख्य रूप से महाराष्ट्र के दहानू, तलसारी और पालघर क्षेत्रों में स्थित वारली जनजाति से जुड़ी एक आदिवासी कला है.
नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी हालिया यात्रा में पीएम मोदी अपने साथ देश के कोने-कोने से अनोखे तोहफे लेकर गए. यात्रा के दौरान, पीएम अपने साथ महाराष्ट्र से 8, जम्मू-कश्मीर से 5, आंध्र प्रदेश और राजस्थान से 3-3, झारखंड से 2 और कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और लद्दाख से 1-1 उपहार लेकर गए.
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