
कर्मचारी छोड़ रहे थे लगातार जॉब, अब कंपनी हर 3 महीने में बढ़ाएगी सैलरी और प्रमोशन
AajTak
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान विप्रो ने टीसीएस और एचसीएल टेक जैसी कंपनियों से भी ज्यादा हायरिंग की. इस दौरान विप्रो के कर्मचारियों की संख्या 15,446 बढ़ी और 30 जून 2022 तक इनकी संख्या बढ़कर 2,58,574 पर पहुंच गई. इस दौरान कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की दर मार्च तिमाही के 23.8 फीसदी से कुछ कम होकर 23.3 फीसदी पर आ गई.
आईटी सेक्टर (IT Sector) इन दिनों कर्मचारियों के नौकरी छोड़कर (Attrition Rate) जाने की समस्या से परेशान है. छोटी आईटी कंपनियां ही नहीं बल्कि टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys) और विप्रो (Wipro) जैसी दिग्गज आईटी कंपनियां भी इस समस्या से परेशान हैं. इससे निजात पाने के लिए विप्रो ने एक अनोखी योजना तैयार की है. कर्मचारियों को जोड़े रखने के लिए विप्रो ने हर तिमाही यानी हर तीन महीने पर सैलरी हाइक और प्रमोशन देने की तैयारी कर ली है.
विप्रो सीईओ डेलापोर्टे ने दी ये जानकारी
विप्रो के चीफ एक्सीक्यूटिव ऑफिसर एवं मैनेजिंग डाइरेक्टर थिएरी डेलापोर्टे (Wipro CEO Thierry Delaporte) ने जून तिमाही का फाइनेंशियल रिजल्ट (Wipro June Quarter Result) जारी करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विप्रो में अब हर कर्मचारियों को तिमाही आधार पर प्रमोशन (Quarterly Promotion) मिलेगा और इसकी शुरुआत जुलाई यानी इसी महीने से हो जाएगी. इसी तरह विप्रो हर तीन महीने पर कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ाने (Quarterly Salary Hike) वाली है. इसका लाभ कर्मचारियों को अगली तिमाही यानी सितंबर से मिलने लगेगा.
डेलापोर्टे ने कहा, 'हमने टैलेंट में जो इन्वेस्टमेंट किया है, मुझे लगता है उसका परिणाम मिलने लगा है. आपको याद दिला दें कि हमने तिमाही के आधार पर प्रमोशन देने की नीति का ऐलान किसा है, जो काफी नया है. इससे पहले हम भी सालाना साइकल के हिसाब से काम कर रहे थे. तिमाही साइकल के आधार पर प्रमोशन इसी महीने से प्रभावी हो जाएगा, जबकि पात्र कर्मचारियों के लिए सैलरी हाइक सितंबर से लागू हो जाएगा.'
हायरिंग में टीसीएस, एचसीएल टेक से आगे विप्रो
आपको बता दें कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान विप्रो ने टीसीएस और एचसीएल टेक जैसी कंपनियों से भी ज्यादा हायरिंग की. इस दौरान विप्रो के कर्मचारियों की संख्या 15,446 बढ़ी और 30 जून 2022 तक इनकी संख्या बढ़कर 2,58,574 पर पहुंच गई. इस दौरान कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की दर मार्च तिमाही के 23.8 फीसदी से कुछ कम होकर 23.3 फीसदी पर आ गई. डेलापोर्टे ने इस बारे में कहा कि विप्रो छोड़कर जाने वालों की दर में लगातार तीन तिमाही से कमी आ रही है.

साल 2023 में इसे डिफॉल्ट कर दिया गया. हालांकि न्यू टैक्स रिजीम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा टैक्स छूट नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप अन्य डिडक्शन का बेनिफिट उठा सकते हैं. सिर्फ सैलरीड ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी न्यू टैक्स रिजीम के तहत एक्स्ट्रा डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं.

इस भारी गिरावट के बाद निवेशकों को ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात (Trump-Zelensky Meeting) से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव को खत्म करने का रोडमैप मिलने की उम्मीद थी और अनुमान था कि सोमवार को भारतीय बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है, लेकिन ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बहस (Trump-Zelensky) ने चिंता पैदा कर दी है.