'कम से कम मक्का में दफन...', हज पर गई महिला की गर्मी से मौत, घर वालों ने बताया सऊदी में क्या हुआ
AajTak
Hajj 2024: 14-19 जून के बीच चला हज समाप्त हो चुका है. भयंकर गर्मी की वजह से इस बार एक हजार से अधिक लोगों के मरने की खबर है. मरने वालों में सबसे अधिक मिस्र के नागरिक हैं. बिना रेजिस्ट्रेशन हज के लिए जाने वाले लोगों पर गर्मी का कहर सबसे ज्यादा बरपा है.
हज 2024 के दौरान सऊदी अरब के मक्का में 1,000 से अधिक लोगों की मौत की खबर है. अधिकतर मौतों की वजह भयंकर गर्मी को बताया जा रहा है. मरने वालों में आधे से अधिक वैसे लोग हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन हज के लिए गए थे. इस बार हज में मरने वाले सबसे अधिक नागरिक मिस्र के हैं. वहां एक ही समुदाय से 20 लोगों की मौत हुई है.
हज के लिए गए अधिकतर हाजी गरीब गांवों से थे. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी हज के लिए पैसे जोड़ने में बिता दी ताकि वो एक दिन सऊदी अरब के मक्का में जाकर हज कर सकें.
70 साल की इफेन्दिया ने हज पर जाने के लिए अपने गहने बेच दिए. पांच बच्चों की मां इफेन्दिया के छोटे बेटे सैय्यद बताते हैं कि हज पर जाना उनका सपना था और हज के दौरान ही उनकी मां की मौत हो गई.
वो रोते हुए कहते हैं, 'मेरी मां की मौत ने मुझे तोड़ दिया है. हज पर जाना मेरी मां का सबसे बड़ा सपना था.'
बिना हज परमिट के मक्का पहुंची थीं इफेन्दिया
इफेन्दिया विधवा थीं और वो हज वीजा के बजाए टूरिस्ट वीजा पर मक्का पहुंची थीं. वो उन हजारों हाजियों में से एक थी जो इस साल बिना हज परमिट के मक्का के लिए निकले थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.