
कतर ने चीन से मिलाया हाथ, 27 साल तक करेगा LNG सप्लाई
AajTak
कतर और चीन के बीच यह डील 60 अरब डॉलर में हुई है. इस डील के तहत चीन अपने नॉर्थ फील्ड ईस्ट प्रोजेक्ट से चीन को 27 सालों तक एलएनजी की सप्लाई करेगा. इसे दुनिया की सबसे लंबी एलएनजी सप्लाई डील भी कहा जा रहा है. यह खबर ऐसे समय में सामने आई है, जब यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से एलएनजी की मांग काफी बढ़ गई है.
वैश्विक उठापटक के बीच खाड़ी देश कतर ने चीन के साथ सोमवार को दुनिया की सबसे लंबी नेचुरल गैस (एलएनजी) सप्लाई डील की है. दोनों देशों के बीच हुआ यह समझौता 27 सालों के लिए हुआ है जो 2026 से शुरू होगा. इस समझौते के तहत कतर एनर्जी अपने न्यू नॉर्थ फील्ड ईस्ट प्रोजेक्ट से सालाना 40 लाख टन गैस चाइना पेट्रोलियम एंड केमिकल कॉरपोरेशन (सिनोपेक) को भेजेगी.
यह डील 60 अरब डॉलर में हुई है. कतर के ऊर्जा मंत्री और कतर एनर्जी के चीफ एग्जिक्यूटिव साद शेरीदा अल काबी ने कहा कि इस डील को एलएजी इंडस्ट्री के इतिहास में सबसे लंबी गैस सप्लाई डील माना जा रहा है.
काबी ने दोहा में कहा, आज नॉर्थ फील्ड ईस्ट प्रोजेक्ट ने एक कीर्तिमान स्थापति किया है. यह डील क्रेता और विक्रेता दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है.
काबी ने कहा, हम सिनोपेक के साथ इस डील को लेकर बहुत खुश हैं. हमारे अतीत में दीर्घकालीन संबंध रहे हैं. इस नई डील से हमारे संबंध नई ऊंचाइयों तक जाने की उम्मीद है.
काबी ने यह भी बताया कि चीन और यूरोप में अन्य खरीदारों से भी बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वैश्विक अस्थिरता की वजह से खरीदारों को लॉन्ग टर्म सप्लाई का महत्व समझ में आ गया है. बता दें कि कतर एलएनजी एक्सपोर्ट में दुनिया का शीर्ष देश है.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद एलएनजी को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ी

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.