
'एर्दोगन दबे-कुचले मुसलमानों की आवाज', तुर्की चुनाव पर इस्लामिक देशों ने और क्या कहा?
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एर्दोगन के एक बार फिर से तुर्की के राष्ट्रपति चुने जाने पर मुस्लिम देशों के नेताओं ने उन्हें बधाई भेजी है. एर्दोगन की जीत पर इस्लामिक सहयोग संगठन ने भी प्रतिक्रिया दी है. एर्दोगन खुद को मुस्लिम वर्ल्ड के लीडर के तौर पर देखते हैं और उनकी इस जीत को लेकर पाकिस्तान समेत कुछ मुस्लिम देश उत्साहित हैं.
तुर्की में इस्लामिक नेता रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. दो दशक से अधिक समय से तुर्की की सत्ता पर काबिज एर्दोगन अब राष्ट्रपति के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल शुरू कर रहे हैं. एर्दोगन खुद को मुस्लिम देशों के नेता के रूप में देखते हैं और उनकी जीत पर मुस्लिम देशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया आ रही है. संयुक्त अरब अमीरात, कतर, पाकिस्तान, मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन ने एर्दोगन के राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर खुशी जताते हुए उन्हें बधाई दी है.
संयुक्त अरब अमीरात
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने कहा है कि वह तुर्की और उसके लोगों की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं. उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'रेचेप तैय्यप एर्दोगन को एक बार फिर से तुर्की का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई. हम दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की आशा करते हैं. हम तुर्की और उसके लोगों के लिए निरंतर प्रगति और समृद्धि की कामना करते हैं.'
कतर
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने एर्दोगन को बधाई देते हुए उन्हें अपना भाई कहकर संबोधित किया है.
उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'मेरे प्रिय भाई रेचेप तैय्यप एर्दोगन, आपकी जीत पर बधाई और मैं आपके नए कार्यकाल की सफलता की कामना करता हूं. आशा करता हूं कि आप तुर्की के लोगों के लिए प्रगति और समृद्धि को बढ़ाने में सफल हों. मैं कामना करता हूं कि कतर और तुर्की के मजबूत संबंध और अधिक विकास करें.'

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