उत्तराखंड: निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, मथुरा दत्त जोशी समेत तीन बड़े नेता बीजेपी में शामिल
AajTak
उत्तराखंड में होने वाले शहरी निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इन नेताओं का बीजेपी में स्वागत किया है.
उत्तराखंड में शहरी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव से पहले पाला बदल लिया है और बीजेपी का दामन थाम लिया है.
दरअसल, उत्तराखंड में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 23 जनवरी को होना है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि जोशी कांग्रेस से नाराज चल रहे थे. पार्टी आलाकमान ने उनकी पत्नी को पिथौरागढ़ में मेयर पद के लिए टिकट नहीं दिया था.
मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने नेताओं का किया स्वागत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने शनिवार को पार्टी के राज्य कार्यालय में नेताओं का बीजेपी में स्वागत किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक और दो बार के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जगत सिंह खाती हैं.
'कांग्रेस में योग्य लोगों की कीमत नहीं'
आज की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 12 जनवरी, 2025 की खबरें और समाचार: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होने के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी बिसात बिछाने में लगी हैं. इसी क्रम में बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है. इसमें 29 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है.
मध्यप्रदेश के पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ चल रही जांच में हर दिन नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हाल ही में मेंडोरी के जंगल में 52 किलो सोने और 10 करोड़ रुपये कैश से लदी इनोवा कार मिली थी, इस मामले में अहम जानकारियां सामने आई हैं. अब जांच एजेंसियां कार के मालिक, उसे जंगल तक ले जाने वाले और सौरभ के कनेक्शन को जोड़ते हुए साजिश की परतें खोल रही हैं.
गंगा नदी का एक नाम ब्रह्मकन्या है. परमपिता ब्रह्मा के कमंडल का जल गंगा जल ही है. उन्होंने सबसे पहले गंगा को शुचिता का वरदान दिया. सप्तऋषियों के आशीर्वाद पाने के बाद गंगा पंडिता कहलाईं. इस तरह उनका नामकरण हुआ और वह पंडितों व ज्ञानियों के समान ही पूज्य मानी गईं. इसीलिए गंगा जल से आचमन किया जाना श्रेष्ठ माना जाता है.
सब-इंस्पेक्टर कमलेंदु धर ने बताया कि हम घुसपैठ के पूरे मामले की तहकीकात कर रहे हैं. यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इनका यहां आने का मकसद क्या था और इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है. गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान मोइनुद्दीन मियां, रिमोन मियां, रहीम अहमद और सुमन मियां के रूप में हुई है.