
ईरान ने जारी किया अंडरग्राउंड 'मिसाइल सिटी' का वीडियो, जमीन के नीचे दिखा हथियारों का जखीरा
AajTak
वीडियो ऐसे समय में सामने आया है, जब मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है. हाल के महीनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी बढ़ी है. यह वीडियो सरकारी मीडिया द्वारा जारी किया गया है
ईरान ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए एक भूमिगत "मिसाइल सिटी" का एक नया वीडियो जारी किया है. इसमें एक लंबी सुरंग में भारी हथियारों के बीच गुजरते हुए देखा जा सकता है. मंगलवार, को जारी इस वीडियो में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बागेरी और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) एयरोस्पेस फोर्स के कमांडर अमीर अली हाजीज़ादे एक टनल के अंदर मिसाइल बेस का दौरा करते हुए दिख रहे हैं
ईरानी मीडिया द्वारा जारी फुटेज में दिखाया गया कि यह भूमिगत ठिकाना विभिन्न प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों से भरा हुआ है. यह वीडियो सरकारी मीडिया द्वारा जारी किया गया है और इसमें खतरनाक बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि ईरान किसी भी हमले को झेलने और कड़ा जवाब देने में सक्षम है.अधिकारी एक विशेष वाहन में सवार होकर इस जटिल सुरंग प्रणाली के अंदर भ्रमण करते दिख रहे हैं.
यह भी पढ़ें: ईरान के बाद वेनेजुएला क्यों ट्रंप के टारगेट पर आ गया? भारत पर क्या होगा इस कदम का असर
वीडियो में क्या दिखाया गया? इस 85-सेकंड के वीडियो में ईरान की सशस्त्र सेनाओं के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद हुसैन बागेरी और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की एयरोस्पेस फोर्स के कमांडर अमीर अली हाजीज़ादे को ईरान की सबसे उन्नत मिसाइलों और रॉकेटों के बीच चलते हुए देखा जाता है. इनमें ख़ैबर शिकन, क़ादर-एच, सज्जील, हाज कासिम और पावे लैंड अटैक क्रूज़ मिसाइलें शामिल हैं. इनमें से कुछ हथियारों का इस्तेमाल ईरान ने पिछले साल इज़राइल पर हमले में किया था.
इस लेकर कमांडर हाजीज़ादे ने कहा,"अगर हम आज से शुरू करें, तो हम हर हफ्ते एक नई मिसाइल सिटी का अनावरण कर सकते हैं. यह परियोजना अगले दो वर्षों तक जारी रहेगी." इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि ईरान अपनी रक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
अमेरिकी धमकी के बीच जारी किया वीडियो

म्यांमार में आए भीषण भूकंप से 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 1600 से ज्यादा घायल हैं. भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी है, जिसमें मेडिकल किट्स शामिल हैं. कल रात 2:45 बजे 4.2 तीव्रता का एक और भूकंप महसूस किया गया. राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन मलबे में दबे लोगों को बचाने की चुनौतियां बनी हुई हैं. देखें...

पुतिन के बयान का समय भी दिलचस्प है क्योंकि क्रेमलिन और व्हाइट हाउस घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं. इस साल जनवरी में सत्ता में वापस आने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप ने भी मॉस्को के प्रति वाशिंगटन के दृष्टिकोण और रुख को पूरी तरह से बदल दिया है, जिससे यूरोप, खास तौर पर यूक्रेन मुश्किल में पड़ गया है.

म्यांमार, थाईलैंड, चीन और अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. म्यांमार में 144 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और बैंकाक में तीन लोगों ने जान गंवाई है. भारत ने म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है. अफगानिस्तान में सुबह 4 बजे के करीब 4.3 तीव्रता का भूकंप आया. तो वहीं चीन में रात लगभग 3 बजे जबरदस्त झटके महसूस किए गए. देखें...

म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद से रह-रहकर झटके महसूस हो रहे हैं. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 4.7 तीव्रता का एक और भूकंप आया. वहीं अफगानिस्तान में शनिवार सुबह 4.2 तीव्रता का भूकंप आया.