ईरान: एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में विश्वविद्यालयों को बनाया गया निशाना, कई छात्र गिरफ्तार
AajTak
ईरान में हिजाब न पहनने की वजह से हुई महसा अमिनी की हत्या के विरोध में छात्रों-युवाओं और महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. ईरान के छात्र संघ के अनुसार, सुरक्षाबलों ने यूनिवर्सिटीज को निशाना बनाया और दर्जनों को छात्रों को गिरफ्तार किया. उनके साथ ही मारपीट का भी आरोप लगाया.
ईरान में हिजाब पहनने को लेकर महसा अमिनी की हत्या के विरोध में चल रहे आंदोलन को 7 सप्ताह पूरे हो चुके हैं. ईरानी सुरक्षा बलों ने इस आंदोलन को कुचलने के लिए देश के विश्वविद्यालय परिसरों पर हमले शुरू किए और दर्जनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.
स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ ईरान के अनुसार, जैसे ही छात्रों ने महसा अमिनी की मौत के विरोध में नेतृत्व किया, देश भर के विश्वविद्यालय परिसरों पर हमले शुरू कर दिए गए और ईरानी सुरक्षा बलों ने दर्जनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.
22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत को लेकर भड़के आंदोलन को 7 सप्ताह पूरे हो चुके हैं. अब ये आंदोलन आठवें सप्ताह में प्रवेश कर गया है. ईरान छात्र संघ ने विश्वविद्यालय के छात्रों की 40 से अधिक गिरफ्तारियों का दस्तावेजीकरण किया है. छात्र संघ ने अपने टेलीग्राम चैनल पर देश भर के परिसरों में हिरासत और छापे की रिपोर्ट का मिलान कर रहा है.
सुरक्षा बलों ने छात्रों पर किया हमला
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मशहद में विश्वविद्यालय के छात्रों ने यह भी कहा कि इस सप्ताह सुरक्षा बलों द्वारा उन पर हमला किया गया था. ऑनलाइन वीडियो में सादे कपड़ों में अधिकारियों को छात्रों को वाहनों में खींचते हुए दिखाया गया है.
16 सितंबर को हुई महसा की मौत
बांग्लादेश ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए वहां पर संयुक्त राष्ट्र शांति सेना भेजे जाने की मांग की थी. ममता बनर्जी के इस बयान पर BNP ने नाराजगी जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. न्यूयॉर्क से अपने समर्थकों से फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के पीछे यूनुस की साजिश है. हसीना ने दावा किया कि उनकी सरकार के समय में इस तरह के खुले हमले नहीं होते थे. देखिए VIDDEO
बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर चिंताजनक स्थिति बनी हुई है. इस्कॉन ने अपने भक्तों से भगवा वस्त्र न पहनने और धार्मिक पहचान छिपाने की अपील की है. हिंदुओं के घर, मंदिर और व्यापार असुरक्षित हैं. कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है. कई भक्तों पर हमले हुए हैं. इस्कॉन ने सुरक्षा कारणों से तिलक और कंठी माला को छिपाने का सुझाव दिया है. देखिए VIDEO
सीरियाई विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम (एचटीएस) ने सीरिया के बड़े शहर अलप्पो पर कब्जा कर लिया. वैसे तो ये गुट साल 2011 में शुरू हुए गृह युद्ध के समय से एक्टिव है, लेकिन इसकी इतनी ताकत का किसी को अंदाजा नहीं था. इस जंग में रूस भी कूद पड़ा और विद्रोहियों पर हवाई हमले किए. लेकिन सीरिया की अंदरुनी लड़ाई में रूस क्या कर रहा है?
हिंदुत्व के पैरोकार रामास्वामी को खुद को प्राउड हिंदू कहते हैं. वह कई मौकों पर कह चुके हैं कि मैं हिंदू हूं और मुझे इस पर गर्व है. मैं बिना किसी माफी के लिए इसके लिए खड़ा हूं. मैं एक हिंदू हूं. मुझे सिखाया गया है कि भगवान ने हम सबको यहां किसी मकसद से भेजा है. मैं कोई फर्जी हिंदू नहीं हूं, जिसने अपना धर्म बदला हो. मैं अपने करिअर के लिए झूठ नहीं बोल सकता.