इस छोटे से देश ने पुतिन के लिए खड़ी की बड़ी सी मुश्किल!
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के एक कदम के चलते एक नई चुनौती खड़ी हो गई है. पश्चिमी देशों और अमेरिका की संभावित नाराजगी की वजह से पुतिन अपने दोस्त लुकाशेंको का बचाव करने को लेकर असमंजस में हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के एक कदम के चलते एक नई चुनौती खड़ी हो गई है. पश्चिमी देशों और अमेरिका की संभावित नाराजगी के चलते पुतिन के लिए अपने दोस्त लुकाशेंको का बचाव करना मुश्किल हो रहा है. कहा जाता है कि मानवाधिकार मामलों को लेकर अलेक्जेंडर लुकाशेंको पहले से ही पश्चिमी देशों के कठोर प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं लेकिन उन पर इसका असर नहीं दिखा, क्योंकि उन्हें व्लादिमीर पुतिन का समर्थन हासिल है. मगर इस बार खुद पुतिन के लिए सिरदर्द वाली स्थिति पैदा हो गई है. (फोटो-Getty Images) असल में, बीते रविवार 23 मई को रायनएयर की फ्लाइट को रोककर जबरन बेलारूस की राजधानी मिंस्क में उतारने और इस पर सवार सरकार के आलोचक पत्रकार रोमन प्रोत्साविच की गिरफ्तारी को लेकर पूरे यूरोप में भारी नाराजगी है. यह विमान बेलारूस के हवाई क्षेत्र से होते हुए यूनान से लिथुएनिया जा रहा था. इसी दौरान बेलारूस ने अपना लड़ाकू विमान भेजकर इस नागरिक विमान को रोक लिया. (फोटो-Getty Images)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.