इमरान खान की राजनीतिक पारी पर लगेगा ब्रेक! पाकिस्तान सरकार लगाने जा रही पार्टी पर बैन
AajTak
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगने जा रहा है. पाकिस्तान सरकार ने उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर बैन लगाने का फैसला किया है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगने जा रहा है. शहबाज शरीफ की अगुवाई में पाकिस्तान सरकार ने जेल में बंद इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर बैन लगाने का फैसला किया है. खुद सूचना मंत्री ने इसकी जानकारी दी.
सूचना मंत्री अत्ता तरार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार इमरान खान की पीटीआई पार्टी पर बैन लगाने जा रही है. पाकिस्तान सरकार ने पीटीआई पर बैन लगाने का फैसला किया है. इस संदर्भ में अब मामले को सुप्रीम कोर्ट के पास रेफर किया जाएगा.
सूचना मंत्री ने कहा कि अगर देश को सही दिशा में आगे बढ़ना है तो पीटीआई के अस्तित्व को खत्म करना जरूरी है. नौ मई के दंगे, विदेशी फंडिंग और साइफर केस को ध्यान में रखते हुए हमारा मानना है कि ऐसे विश्वसनीय सबूत हैं जिनके दम पर पीटीआई को प्रतिबंधित किया जा सके.
उन्होंने कहा कि पीटीआई की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की वजह से उस पर बैन लगाने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि इमरान खान ने अपनी राजनीतिक इच्छाओं के लिए देश के राजनयिक संबंधों को खराब करने की कोशिश की. उनके खिलाफ विदेशी फंडिंग का केस स्थापित हो चुका है, उन पर नौ मई के दंगों का केस सिद्ध हो चुका है. ऐसे भी और कई केस हैं, जिनके वह दोषी हैं. इन सभी सबूतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है. क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है. क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को ऐसा क्यों लग रहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा? देखें.
हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?