आम चुनाव से पहले नवाज शरीफ, बेटी मरियम को एक और राहत, शरीफ ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले की जांच बंद
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पाकिस्तान के आम चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को मंगलवार को बड़ी राहत मिली है. दरअसल, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने उनके और उनकी बेटी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की एक बड़ी जांच बंद कर दी है.
पाकिस्तान के आम चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को मंगलवार को बड़ी राहत मिली है. दरअसल, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने उनके और उनकी बेटी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की एक बड़ी जांच बंद कर दी है.
पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले आम चुनावों से पहले दोनों को राहत मिली है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के प्रमुख शरीफ को प्रधानमंत्री के रूप में रिकॉर्ड चौथे स्थान पर सबसे आगे माना जा रहा है.
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने शरीफ ट्रस्ट मामले में 74 वर्षीय नवाज शरीफ और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ एक बड़ी भ्रष्टाचार जांच बंद करने की घोषणा की. एनएबी के एक प्रवक्ता ने कहा, 'एनएबी के कार्यकारी बोर्ड ने आज शरीफ ट्रस्ट मामले में पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच बंद करने की मंजूरी दे दी.'
शरीफ परिवार के खिलाफ जांच 2000 में अवैध तरीकों से शरीफ ट्रस्ट में लाखों रुपये की धनराशि प्राप्त करने के आरोप में शुरू की गई थी. नवाज और उनके परिवार के सदस्यों पर धन के दुरुपयोग और ट्रस्ट के नाम का उपयोग करके संपत्ति बनाने का भी आरोप लगाया गया था.
अक्टूबर 2023 में यूके से लौटने के बाद से उन्होंने स्व-निर्वासन में चार साल बिताए, नवाज शरीफ को एवेनफील्ड और अल-अजीजिया मामलों में बरी कर दिया गया है, जिसमें उन्हें क्रमशः 10 और सात साल की सजा सुनाई गई थी. पनामा पेपर्स मामले में शीर्ष अदालत ने नवाज पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था. वह दो राष्ट्रीय असेंबली सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, एक लाहौर में और दूसरी मनसाहरा में. पीएमएल-एन ने आजीवन अयोग्यता पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संवैधानिक विवेक की बहाली की दिशा में एक कदम बताया है.
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