आतंकियों के लिए पनाहगार बनने लगी अफगानिस्तान की धरती, लौट आया लादेन का पूर्व सहयोगी
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जिस चीज की सबसे ज्यादा आशंका थी, वह आखिरकार सच होने लगी है. अब तालिबान के शासन के बाद अफगानिस्तान में खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन का पूर्व सहयोगी वापस लौट आया है.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जिस चीज की सबसे ज्यादा आशंका थी, वह आखिरकार सच होने लगी है. दरअसल, तालिबान के इतिहास को देखते हुए पूरी दुनिया आशंकित थी कि कहीं अफगानिस्तान की धरती आतंकियों के लिए पनाहगार न बन जाए. अब तालिबान के शासन के बाद अफगानिस्तान में खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन का पूर्व सहयोगी वापस लौट आया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगानिस्तान के नांगहार प्रांत में अल-कायदा का आतंकी अमीन-उल-हक मौजूद है. Dr. Amin-ul-Haq, a major al-Qaeda player in Afghanistan, Osama Bin Laden security in charge in Tora Bora, returns to his native Nangarhar province after it fell to the Taliban. Dr. Amin became close to OBL in the 80s when he worked with Abdullah Azzam in Maktaba Akhidmat. pic.twitter.com/IXbZeJ0nZEयूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन पर इंटरकंटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल (ICBM) से हमला किया. रूस इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. बड़ी बात ये है कि क्रेमलिन ने अपने विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता को इस बात की पुष्टि करने से मना कर दिया. लेकिन ये बातचीत लीक हो गई क्योंकि प्रवक्ता ने फ़ोन पर बात करते वक्त अपने माइक को ऑफ नहीं किया. हमारे पास इस बातचीत का पूरा वीडियो है.
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आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.