
आगजनी, हिंसा, गोलाबारी और फिर लाहौर में स्वागत... 84 घंटे के बाद आधी रात को घर पहुंचे इमरान खान
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस्लामबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के 8 घंटे बाद लाहौर स्थित अपने घर के लिए रवाना हुए और शनिवार तड़के घर पहुंचे. बड़ी संख्या में यहां इमरान के समर्थकों ने उनका स्वागत किया. इससे पहले हाईकोर्ट के बाहर भी फायरिंग होती रही जिसके कारण उन्हें परिसर के अंदर ही सुरक्षित रखा गया.
इस्लामाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान शनिवार तड़के लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने घर पहुंचे. उनके स्वागत के लिए पीटीआई कार्यकर्ता, महिलाएं और बच्चे तक जमान पार्क में मौजूद रहे. इमरान के समर्थकों ने सड़क पर जुलूस निकालकर जश्न मनाया. लाहौर जाने के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री ने खुलासा किया कि इस्लामाबाद पुलिस के महानिरीक्षक ने उन्हें लाहौर जाने से रोकने के लिए कई प्रयास किए और उन्हें तीन घंटे तक इंतजार करवाया गया.
ज़मानत दिए जाने के बाद भी इमरान खान कई घंटों तक हाईकोर्ट के परिसर में रहे और पुलिस द्वारा संभावित पुन: गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट के लिखित आदेश की प्रतीक्षा की. हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उच्च अधिकारियों ने उन्हें हाईकोर्ट परिसर छोड़ने की अनुमति नहीं दी थी. इसके बाद इमरान बौखला गए और उन्होंने धमकी दी कि अगर 15 मिनट के भीतर इस्लामाबाद के रूट नहीं खोले गए थे तो वह बड़ा कदम उठाएंगे. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और गतिरोध को सुलझाया और अंततः इमरान खान को अदालत परिसर छोड़ने की अनुमति मिली.
इस बीच, हाईकोर्ट परिसर के आसपास रुक-रुक कर हवाई फायरिंग हुई, जिससे अधिकारियों को हाई अलर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था करनी पड़ी. इस्लामाबाद पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'सभी पुलिसकर्मी सुरक्षित हैं और तलाशी दल मामले की जांच कर रहे हैं.' श्रीनगर हाईवे एच-11 पर भी गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी.इस बीच तीन दिनों के बंद के बाद पूरे पाकिस्तान में मोबाइल ब्रॉडबैंड बहाल किया गया है.
खान ने कहा,'मैं अपने अपहरण और जबरन हिरासत में लेने के कृत्य के बारे में पूरे पाकिस्तान की जनता को बताऊंगा, हम अपनी सुरक्षित रिहाई करने में कामयाब रहे. दबाव में आकर उन्होंने आखिरकार हमें जाने की इजाजत दे दी. आखिरकार बाहर निकलने के बाद, हमने पाया कि सड़कों पर कोई ट्रैफिक नहीं था और कथित खतरा न के बराबर था. इस सप्ताह की शुरुआत में भ्रष्टाचार के आरोपों में इमरान की गिरफ्तारी के कारण हिंसक झड़पें हुईं थी, लेकिन बाद में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को अवैध घोषित कर दिया.
पाकिस्तानी सेना, आईएसपीआर के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि देश में मार्शल लॉ के हालात नहीं हैं और पाकिस्तानी सेना तथा मौजूदा आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर लोकतंत्र के समर्थक हैं. उन्होंने कहा, 'सेना के किसी भी अधिकारी ने इस्तीफा नहीं दिया और ना ही सेना में कोई फूट पड़ी है. देश के भीतर और बाहर के दुश्मन सेना के खिलाफ माहौल बना रहे हैं.'
शनिवार तड़के इमरान खान सड़क मार्ग से अपने लाहौर स्थित घर पहुंचे. इससे पहले, शुक्रवार सुबह वह इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) के परिसर में उपस्थित हुए,जहां लंबी सुनवाई के बाद उन्हें सभी मामलों जमानत दे दी गई. हाई कोर्ट ने उन्हें दो सप्ताह तक जमानत दी है और सोमवार तक किसी अन्य मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है, जिसमें प्रारंभिक हिरासत के बाद भड़के हिंसक दंगों से संबंधित आरोप शामिल हैं.

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