'आओगे जब तुम साजना...' गाने को आवाज देने वाले उस्ताद राशिद खान का निधन
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संगीत की दुनिया के सरताज उस्ताद राशिद खान का निधन हो गया है. 55 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. जानकारी के मुताबिक, उनका इलाज कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में 22 नवंबर से चल रहा था. 10 जनवरी को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस्ताद के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
संगीत की दुनिया के सरताज उस्ताद राशिद खान का निधन हो गया है. वो 55 वर्ष के थे. जानकारी के मुताबिक, उनका इलाज कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में 22 नवंबर से चल रहा था. उनके पार्थिव शरीर को कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में शाम 6 बजे तक के लिए रखा गया है. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को आज रात के लिए कोलकाता के पीस हेवन अस्पताल में रखा जाएगा. गायक का अंतिम संस्कार कल, 10 जनवरी को किया जाएगा.
ममता बनर्जी ने जताया शोक
उस्ताद राशिद खान को साल 2022 में पद्मभूषण पुरस्कार से नवाजा गया था. उनके निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवेदनाएं जताई हैं. ममता बनर्जी का कहना है कि उस्ताद राशिद खान के अंतिम संस्कार पर उन्हें बंदूकों से सलामी देकर विदा किया जाएगा. उनके पार्थिव शरीर को रबींद्र सदन में रखा जाएगा. यहां उनके चाहनेवाले उस्ताद को अंतिम अलविदा कह पाएंगे.
कौन थे उस्ताद राशिद खान?
उस्ताद राशिद खान का जन्म 1 जुलाई 1968 को उत्तरप्रदेश के बदायूं में हुआ था. वो रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखते थे. वो इस घराने के फाउंडर उस्ताद इनायत हुसैन खान थे, जो राशिद के परदादा हुआ करते थे. अपने संगीत की कला के लिए उन्हें साल 2006 में पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था. कहा जाता है कि जाने-माने पंडित भीमसेन जोशी ने राशिद खान को 'भारतीय संगीत का भविष्य' बताया था.
बचपन में उस्ताद राशिद खान को संगीत में थोड़ी बहुत दिलचस्पी थी. उन्हें निसार हुसैन खान और गुलाम मुस्तफा खान से गाने की ट्रेनिंग मिली थी. 11 साल की उम्र में उस्ताद राशिद खान ने अपना पहला कॉन्सर्ट किया था. 14 साल की उम्र में उन्होंने कोलकाता की आईटीसी संगीत रिसर्च अकादमी को जॉइन किया था. उन्हें अपने गायिकी के अंदाज के लिए जाना जाता था. बॉलीवुड की कई फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज दी.