अलर्ट के बावजूद हमले रोकने में क्यों फेल रहा अमेरिका? घिरे बाइडेन... अभी भी टला नहीं है काबुल में खतरा
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सीरियल ब्लास्ट में कई लोगों की मौत होने के बाद अभी भी काबुल में खतरा कम नहीं हुआ है. अमेरिकी सेना का मानना है कि आने वाले दिनों में इस तरह के हमलों की संख्या बढ़ सकती है, जो रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान काफी चुनौतीपूर्ण होगा.
अफगानिस्तान के काबुल में हुए आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया चौकन्नी है. काबुल एयरपोर्ट से अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, ऐसे में तमाम देशों की सेनाएं सतर्क हैं. लेकिन अभी भी काबुल में खतरा कम नहीं हुआ है. अमेरिकी सेना का मानना है कि आने वाले दिनों में इस तरह के हमलों की संख्या बढ़ सकती है, जो रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान काफी चुनौतीपूर्ण होगा. अमेरिकी सेना के जनरल फ्रैंक मैकेंजी के मुताबिक, काबुल में एयरपोर्ट पर अभी और भी खतरनाक हमले हो सकते हैं. क्योंकि 31 अगस्त तक कई देशों ने अपने लोगों को निकालने की बात कही है, ऐसे में बाकी बचे 3-4 दिनों में इस तरह के हमले लगातार हो सकते हैं.पुलिस ने कहा कि बालिशखेल, खार काली, कुंज अलीजई और मकबल में दिनभर गोलीबारी जारी रही. जिले के कम से कम तीन क्षेत्रों से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है, जबकि थल-सदा-पराचिनार राजमार्ग कोहाट जिले की ओर जाने वाले यातायात के लिए बंद है. अधिकारियों ने क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए काफी मशक्कत की, जबकि दोनों आदिवासी संप्रदायों के बुजुर्गों ने और ज्यादा हमलों का संकेत दिया.
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