अयोध्या लैंड डील: क्या है इलाके में जमीन का मार्केट रेट, क्या कहते हैं प्रॉपर्टी डीलर, आखिर क्यों हुआ विवाद?
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अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मंदिर ट्रस्ट ने उन लोगों से 18 करोड़ रुपये से अधिक में जमीन खरीदी, जिन्होंने इसे महज 2 करोड़ रुपये में खरीदा था.
अयोध्या में जमीन खरीद में कथित घोटाले के सामने आने के बाद हंगामा जारी है. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि वे संगठन में पारदर्शिता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. वहीं, कुछ स्थानीय प्रॉपर्टी डीलरों का कहना है कि यह वास्तव में एक अच्छी डील मिली है. कुछ स्थानीय डीलरों ने दावा किया कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा मार्च में खरीदे गए 12,000 वर्ग मीटर के भूखंड का बाजार मूल्य वास्तव में उसके भुगतान से तीन गुना है. इससे पहले, रविवार को अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मंदिर ट्रस्ट ने उन लोगों से 18 करोड़ रुपये से अधिक में जमीन खरीदी, जिन्होंने इसे महज 2 करोड़ रुपये में खरीदा था. वहीं, अन्य विपक्षी दलों ने भी कथित जमीन घोटाले को लेकर ट्रस्ट पर हमला किया और पूरे मामले की जांच सीबीआई और ईडी से करवाने की मांग की. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हमला बोलते हुए कहा कि इस सौदे ने उन श्रद्धालु के विश्वास के साथ धोखा किया है, जिन्होंने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए पैसे डोनेट किए थे.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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