![अमेरिका ने रूस को दी चेतावनी, कहा- परमाणु हथियार चलाए तो...](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/assets/202211/putin-kumar-sixteen_nine.jpg)
अमेरिका ने रूस को दी चेतावनी, कहा- परमाणु हथियार चलाए तो...
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अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक विलयम बर्न्स ने रूस की ओर से यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है. बर्न्स ने कहा है कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भी रूस को चेतावनी दे चुके हैं.
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए चीफ विलयम बर्न्स ने रूस को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन युद्ध में अगर रूस की तरफ से परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जाता है तो रूस को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. बर्न्स ने यह चेतावनी सोमवार को तुर्की की राजधानी अंकारा में रूस की विदेशी खुफिया संगठन के हेड सर्गेई नरीश्किन के साथ मुलाकात के दारान दी है.
इस मीटिंग में अमेरिकी सीआए चीफ ने रूस के जेल में बंद अमेरिकी नागरिकों का भी मुद्दा उठाया. अधिकारिक बयान के मुताबिक, बर्न्स ने रूस से कैदियों की अदला-बदली के तहत अमेरिकी नागिरकों को रिहा करने की अपील की है. रूस-यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के बाद पहली बार अमेरिका और रूस के बीच इस तरह की हाई लेवल मीटिंग हुई है. रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव के अनुसार, इस मीटिंग की पहल अमेरिका ने की थी.
इससे पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इंडोनेशिया में जी-20 सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान परमाणु युद्ध टालने की बात कह चुके हैं. शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता में अमेरिका और चीन दोनों देश परमाणु हथियार नहीं इस्तेमाल करने पर सहमत हुए हैं.
रूस पर अमेरिका सख्त बर्न्स का बयान ऐसे समय में आया है जब सोमवार को ही अमेरिका ने रूस समर्थित 14 हस्तियों और 28 संस्थाओं को बैन कर दिया है. प्रतिबंधित किए गए फर्म या लोगों में ज्यादातर स्विटजरलैंड, ताइवान और फ्रांस से संबंधित हैं.
तुर्की ने मेजबानी की तुर्की के राष्ट्रपति रैचप तैयब एर्दोगन ने इस बात की पुष्टि की है कि तुर्की ने इस हाई लेवल मीटिंग की मेजबानी की है. तुर्की के प्रसारण निदेशक फेहरितीन अल्तुन ने बताया कि यह मीटिंग परमाणु हथियार से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे से निपटने को लेकर थी.
तुर्की ने इससे पहले साल की शुरुआत में भी यूक्रेन और रूस के बीच उच्च स्तरीय मीटिंग की मेजबानी की थी. जिसके बाद यूक्रेन को गेहूं निर्यात करने की अनुमति दी गई थी. तुर्की ने कहा कि वह वैश्विक शांति के लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत जारी रखेंगे.
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