अमेरिका ने कहां छिपाकर रखा एटम बम? सैनिकों ने गलती से शेयर की फोटो
AajTak
अमेरिका के सैनिकों ने गलती से ऐसी जानकारी शेयर कर दी है, जिसमें 'ब्रह्मास्त्र' कहे जाने वाले परमाणु बम के ठिकानों की महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं. dailymail के मुताबिक ये गलती हुई ऑनलाइन लर्निंग ऐप्स की वजह से, जिसे अमेरिकी सैनिकों द्वारा गुप्त स्थानों और तमाम जानकारियों को याद रखने के लिए उपयोग किया जा रहा था.
अमेरिका के सैनिकों ने गलती से ऐसी जानकारी शेयर कर दी है, जिसमें 'ब्रह्मास्त्र' कहे जाने वाले परमाणु बम के ठिकानों की महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं. dailymail के मुताबिक, ये गलती हुई ऑनलाइन लर्निंग ऐप्स की वजह से, जिसे अमेरिकी सैनिकों द्वारा गुप्त स्थानों और तमाम जानकारियों को याद रखने के लिए उपयोग किया जा रहा था. (फोटो-फेसबुक) परमाणु हथियारों की मेजबानी करने वाले यूरोपीय ठिकानों पर तैनात सैनिकों ने अनजाने में कई संवेदनशील विवरणों को उन ऐप्स के माध्यम से उजागर कर दिया, जिन शीर्ष गुप्त जानकारी को ऑनलाइन खोजा जा सकता है. ये जानकारी सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित हो गई हैं, जिसमें परमाणु हथियारों के वर्गीकृत स्थान और गुप्त कोड इस्तेमाल किए गए हैं, जो सेना के सदस्यों द्वारा प्रयोग किए जाते हैं. (फोटो-फेसबुक)पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने पैसेंजर वैन पर बरसाईं गोलियां, हमले में 17 लोगों की मौत
आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.