अमेरिका के पहले अश्वेत उम्मीदवार को मिला अंतरिक्ष में जाने का मौका, 10 मिनट की यात्रा कर लौटा 90 साल का बुजुर्ग
AajTak
अमेरिका के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार ने जेफ बेजोस की रॉकेट कंपनी के साथ अंतरिक्ष में उड़ान भरी है. वह 90 साल के हैं, जिनकी सिफारिश 1963 में अमेरिका प्रशासन द्वारा की गई थी लेकिन वह यात्रा के लिए सेलेक्ट नहीं हो पाए थे. अब जबकि वह अंतरिक्ष की यात्रा करके लौटे हैं तो उन्होंने इसे एक जीवन बदलने वाला अनुभव बताया है.
अमेरिका के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार को आखिरकार अंतरिक्ष में जाने का मौका मिल गया. 60 साल पहले अंतरिक्षा यात्रा के लिए नासा से उनके नाम की सिफारिश की गई थी लेकिन यात्रा के लिए वह नहीं चुने जा सके थे. वह रविवार को जेफ बेजोस की रॉकेट कंपनी के साथ अंतरिक्ष की सैर करके लौटे हैं.
वह पहले वायु सेना के पायलट थे जब राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने उन्हें नासा के शुरुआती अंतरिक्ष यात्री कोर के उम्मीदवार के रूप में चुना था. हालांकि एड ड्वाइट को 1963 की अंतरिक्ष यात्रा के लिए नहीं चुना जा सका था. वह अब 90 साल के हैं और ब्लू ऑरिजिन कैप्सूल में सवार अन्य पांच यात्रियों के साथ अंतरिक्ष की सैर की है. वे लगभग दस मिनट तक कक्षा में रहे. उन्होंने इसे "जीवन बदलने वाला अनुभव" बताया.
यह भी पढ़ें: पृथ्वी अकेली नहीं, उसके अंदर छिपा है दूसरा ग्रह... नासा-काल्टेक वैज्ञानिकों का खुलासा, देखिए Video
अंतरिक्ष में जाने वाले सबसे उम्रदराज शख्स
एड ड्वाइट अब तक के सबसे उम्रदराज शख्स हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की है. वह "स्टार ट्रेक" अभिनेता विलियम शेटनर से लगभग दो महीने बड़े हैं, जिन्होंने 2021 में अंतरिक्ष की सैर की थी. यह लगभग दो सालों में ब्लू ओरिजिन का पहला क्रू लॉन्च था. कंपनी को 2022 में एक दुर्घटना के बाद बंद कर दिया गया था जिसमें बूस्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था लेकिन प्रयोगों से भरा कैप्सूल सुरक्षित रूप से जमीन पर उतर गया था. पिछले दिसंबर में उड़ानें फिर से शुरू हुईं, लेकिन उनमें कोई भी यात्री सवार नहीं था. यह ब्लू ओरिजिन की सातवीं बार अंतरिक्ष पर्यटकों के लिए उड़ान थी.
अमेरिका-फ्रांस के बिजनेसमैन संग की यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.