!['अमेरिका की चेतावनी के बाद बदले भारत के सुर', कनाडा के पीएम ट्रूडो का बड़ा हमला](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202312/6583088994e6f-canadian-pm-justin-trudeau-262343401-16x9.jpg)
'अमेरिका की चेतावनी के बाद बदले भारत के सुर', कनाडा के पीएम ट्रूडो का बड़ा हमला
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कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने भारत को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश रचने को लेकर अमेरिका की चेतावनी के बाद भारत के सुर बदल गए हैं.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने भारत को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश रचने को लेकर अमेरिका की चेतावनी के बाद भारत के सुर बदल गए हैं.
पन्नू को लेकर अमेरिका ने क्या आरोप लगाए हैं?
अमेरिका ने पिछले महीने दावा किया था कि भारत ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश रची थी, जिसे नाकाम कर दिया गया था. पन्नू अमेरिकी नागरिक है. जबकि भारत सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित कर रखा है. भारत में पन्नू के खिलाफ दो दर्जन मामले दर्ज हैं.
अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस मामले को लेकर न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक अभियोग भी दायर किया है. इसमें निखिल गुप्ता नाम के भारतीय नागरिक और अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारी पर पन्नू की हत्या करने की प्लानिंग करने का आरोप लगाया गया है.
डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दाखिल अभियोग के मुताबिक, निखिल गुप्ता पर एक लाख डॉलर कैश के बदले न्यूयॉर्क में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की सुपारी देने के आरोप लगाए गए हैं. आरोप लगाया है कि एक भारतीय सरकारी अधिकारी ने गुप्ता को इस हत्या के लिए हायर किया था. इसमें सरकारी अधिकारी का नाम नहीं लिया गया है. उसे CC-1 नाम दिया गया है.
अभियोग में कहा गया है कि CC-1 के निर्देश पर गुप्ता ने मर्डर के लिए एक किलर की तलाश शुरू की. इस दौरान गुप्ता की मुलाकात एक शख्स से हुई. इस शख्स ने गुप्ता को एक हिटमैन (सुपारी किलर) से मिलवाया. लेकिन असल में ये दोनों ही अमेरिकी सरकार के लिए काम करने वाले खुफिया सोर्स थे.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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