अब्दुल्लाह आजम ने चेताया- सपा प्रवक्ता आजम खान तक न जाएं, वरना बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी
AajTak
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ताओं को लेकर अब्दुल्लाह आजम ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है. उन्होंन साफ लफ्जों में आजम खान पर बयान देने वाले प्रवक्ताओं की नसीहत दी.
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की अपनी ही पार्टी के कुछ दिग्गजों से नाराजगी किसी से छिपी नहीं है. अब उनके बेटे और समाजवादी पार्टी के विधायक अब्दुल्लाह आजम ने सपा के प्रवक्ताओं पर निशाना साधा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रवक्ताओं ने आजम खान तक पहुंचने की कोशिश की तो फिर बात दूर तक चली जाएगी.
अब्दुल्लाह आजम ने ट्वीट किया, 'अभी एक बयान मेरे संज्ञान में आया है जो समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता साहब ने दिया है. ये वही लोग हैं जो आज समाजवादी पार्टी की हार और बर्बादी के जिम्मेदार हैं. मेरी ऐसे लोगों से गुजारिश की वो अपने स्तर तक की बात करें, आजम खान साहब तक न जाएं, वरना बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी.'
माना जा रहा है कि अब्दुल्लाह आजम के निशाने पर संभवतः उदयवीर पर हैं. हालांकि उन्होंने ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिखा है. उदयवीर अखिलेश यादव के बेहद करीबी और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं.
इस सियासी झगड़े की शुरुआत रामपुर और आजमगढ़ में चुनाव हारने पर ओपी राजभर के बयान से हुई थी. उन्होंने कहा था अखिलेश को एसी वाले कमरों से बाहर निकलने की जरूरत है जब आजम खान (Azam Khan) से ओपी राजभर के इसी बयान को लेकर सवाल किया गया, तो उनका कहना था कि मैनें तो उन्हें धूप में खड़ा कभी नहीं देखा है.
इसी के बाद उदयवीर ने कहा था कि आजम खान ने सैकड़ों बार पार्टी और अखिलेश के बारे में बोला है, उन्होंने जो भी बोला है वह दोनों आपस में बात कर लेंगे. अब इस पर अब्दुल्लाह आजम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
प्रयागराज महाकुंभ के 24वें दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम में गुप्त रूप से पवित्र स्नान किया. भगवा वस्त्र और रुद्राक्ष की मालाओं से सजे पीएम, सीएम योगी के साथ स्टीमर से पहुंचे. विशेष प्रोटोकॉल के चलते आम श्रद्धालुओं को नहीं हुई कोई परेशानी. मोदी ने गंगा आरती की और बिना किसी व्यवधान के लौट गए. यह अनूठा कार्यक्रम दिल्ली में चल रहे मतदान के दौरान हुआ, जो राजधानी से 600 किमी दूर था.
अहमदाबाद में शिवम विद्यालय पर लगे मोबाइल टावर को लेकर शिक्षा विभाग की तरफ से नगर निगम को निरीक्षण करने के लिए आदेश दिए गए थे. अहमदाबाद में गोमतीपुर के स्टेशन ऑफिसर की टीम ने स्कूल पर लगे मोबाइल टावर की जांच के बाद अहमदाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी से कहा है कि स्कूल की तरफ से मोबाइल टावर को लेकर फायर विभाग से कोई परमिशन नहीं ली गई है.
अमेरिका का मिलिट्री प्लेन यूएस में रहने वाले 104 अवैध प्रवासियों को लेकर भारत पहुंच चुका है. यह प्लेन अमृतसर में लैंड हुआ. फिलहाल इन अवैध प्रवासी भारतीयों से पूछताछ की जा रही है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम शुरू कर दिया है. देखें पूरी रिपोर्ट.
अमेरिका ने 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया है. ये सभी अमेरिकी एयरफोर्स के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से अमृतसर पहुंचे. इनमें हरियाणा और गुजरात के 33-33, पंजाब के 30, महाराष्ट्र और यूपी के 3-3, तथा चंडीगढ़ के 2 नागरिक शामिल हैं. अधिकांश को यूएस-मेक्सिको सीमा पर पकड़ा गया था. ये लोग डंकी रूट से अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. एयरपोर्ट पर इनका बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया गया क्योंकि इनके पास पासपोर्ट या वीज़ा नहीं थे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान संपन्न हो गया है. अरविंद केजरीवाल के लिए यह चुनाव अग्निपरीक्षा साबित हो सकता है. बीजेपी 27 साल के वनवास को खत्म करने की कोशिश में है, जबकि कांग्रेस 12 साल बाद वापसी की उम्मीद लगाए है. शराब घोटाला और मुख्यमंत्री आवास पर खर्च के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी घिरी रही. प्रधानमंत्री मोदी से लेकर राहुल गांधी तक सभी नेताओं ने आक्रामक प्रचार किया. अब 8 फरवरी को आने वाले नतीजे तीनों पार्टियों के भविष्य की दिशा तय करेंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान फर्जी वोटिंग के आरोप लगे. भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर फर्जी मतदान कराने का आरोप लगाया, जबकि आप ने भाजपा पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया. कई जगहों पर हंगामा हुआ और वीडियो वायरल हुए. इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में कुंभ स्नान किया, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए. मिल्कीपुर उपचुनाव में भी फर्जी वोटिंग के आरोप लगे. 8 फरवरी को नतीजों का इंतजार है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में रिकॉर्ड मतदान देखा गया. मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा 67% वोटिंग हुई, जबकि करोल बाग में सिर्फ 47% मतदान हुआ. शाहीन बाग में महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया. मुस्लिम बहुल 12 सीटों पर औसत 63% वोटिंग हुई, जो दिल्ली के कुल औसत 58% से 5% ज्यादा है. इस वोटिंग पैटर्न से मुस्लिम मतदाताओं की लोकतंत्र में भागीदारी का पता चलता है.