'अगर मेरी राज्यसभा सीट वापस चाहिए थी तो...', मारपीट के बाद चल रही अटकलों पर स्वाति मालीवाल का जवाब
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AAP की तरफ से राज्यसभा सीट खाली करवाने के सवाल पर स्वाति मालीवाल ने जवाब दिया, 'अगर मेरी राज्यसभा की सीट उन्हें वापस चाहिए थी, अगर वो प्यार से मांगते तो मैं जान दे देती, एमपी तो बहुत छोटी बात है.'
आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सीट खाली करवाने के सवाल पर स्वाति मालीवाल ने जवाब दिया, 'अगर मेरी राज्यसभा की सीट उन्हें वापस चाहिए थी, अगर वो प्यार से मांगते तो मैं जान दे देती, एमपी तो बहुत छोटी बात है. मैंने अपने पूरे करियर में कभी किसी पद की लालसा नहीं दिखाई. मैं बिना पद के भी काम कर सकती हूं. लेकिन जिस तरह से इन्होंने मुझे मारा और पीटा है अब चाहें दुनिया की कोई भी शक्ति लग जाए, मैं किसी भी हाल में इस्तीफा नहीं दूंगी.'
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में स्वाति से पूछा गया, आम आदमी पार्टी के कुछ सूत्रों का कहना है कि शायद हो सकता है कि आपको कहा गया हो कि राज्यसभा की सीट आपकी छोड़नी होगी, किसी खास वकील के लिए वह सीट चाहिए. क्या यह मुद्दा था?
जवाब में स्वाति मालीवाल ने कह, 'अगर मेरी राज्यसभा की सीट उन्हें वापस चाहिए थी, अगर वो प्यार से मांगते तो मैं जान दे देती, एमपी तो बहुत छोटी बात है. मैंने अपने पूरे करियर में कभी किसी पद की लालसा नहीं दिखाई. 2006 में इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर मैं तब जुड़ी थी जब कोई जानता नहीं था किसी को. सिर्फ तीन लोग थे. उनमें से मैं एक थी. मैं तब से काम करती आ रही हूं. मैंने जमीन पर काम किया है. 2006 से 2012 तक मैंने सारे ऑपरेशन रन किए हैं. मैं उन सबसे प्रमुख लोगों में से एक थी.'
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