Survey: कोरोना ने बदला शादी का अंदाज, दूल्हा-दुल्हन की पसंद में हुए ये बदलाव जानकर रह जाएंगे हैरान!
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एक हालिया सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद लोग अपनी शादियों की योजना बनाने में कई नई बातों पर फोकस कर रहे हैं. सर्वे के मुताबिक अब दूल्हा दुल्हन शादी में कम मेहमानों को बुलाने पर जोर दे रहे हैं. हालांकि लोग पैसे खर्च से पीछे नहीं हट रहे हैं.
त्योहारों का मौसम समाप्त होने के बाद आज से देशभर में शादियों का सीजन शुरू हो रहा है. आज देवउठनी एकादशी है यानी आज के दिन सर्दियों का पहला साया होता है और आज असुझ शादियां भी हो जाती हैं. जिनके लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिलता उन जोड़ों के लिए पंडित आज का दिन सुझा देते हैं. भारत में शादियों का क्रेज किसी उत्सव-त्योहार से कम नहीं होता. लोग जीवन भर इस दिन के लिए पाई-पाई जोड़ते हैं जिससे वो बच्चों की शादी में अपनी हसरत पूरी कर सकें. अपने सारे अरमान निकालने के लिए शॉपिंग से लेकर कैटरिंग तक पर जमकर खर्च करते हैं.
कोरोना ने बदला शादी का अंदाज! लेकिन इस बार आपको जानकर हैरानी होगी कि शादियों को लेकर लोगों खासकर दूल्हा-दुल्हन की पसंद में बड़ा बदलाव आया है. कोरोना काल के बाद देश और दुनिया में काफी कुछ बदल गया है. दुनिया डिजिटल हो गई है तो ट्रांजेक्शंस से लेकर दफ्तर-स्कूल और मीटिंग्स तक में ऑनलाइन विकल्प का इस्तेमाल होने लगा है. लेकिन इस बीच एक दिलचस्प बदलाव शादियों के आयोजन को लेकर भी आया है.
कम लोगों में क्वालिटी वेडिंग बनी पसंद Weddingz.in के एक हालिया सर्वे के मुताबिक कोविड-19 महामारी के बाद लोग अपनी शादियों की योजना बनाने में कई नई बातों पर फोकस कर रहे हैं. सर्वे के मुताबिक अब दूल्हा दुल्हन शादी में कम मेहमानों को बुलाने पर जोर दे रहे हैं. इसके साथ ही क्वालिटी अब दूल्हा दुल्हन की प्राथमिकता बन गई है.
‘डिजिटलीकरण’ हुआ शादी पर हावी Weddingz.in के इस सर्वे के मुताबिक महामारी के बाद शादी की योजना में ‘डिजिटलीकरण’ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. ऑनलाइन वेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर खानपान, भोजन, पेय पदार्थ समेत मनोरंजन और सजावट के बारे में सबसे ज्यादा सर्च हो रही है. इस सर्वे के मुताबिक शादी के मौजूदा ट्रेंड के मुताबिक अब वेडिंग के लिए 43 फीसदी से ज्यादा भारतीय जोड़े अपने जीवन का ये खास दिन अपने करीबियों के साथ ही सेलीब्रेट करना चाहते हैं. घरवाले शादियों में खर्च के लिए तैयार हैं. लेकिन दूल्हा दुल्हन ज्यादा जागरूक हो गए हैं. विवाह बंधन में बंधने जा रहे नए जोड़ों को संख्या से ज्यादा क्वालिटी सेलीब्रेशन पसंद हैं. इसके लिए वो मेहमानों की लिस्ट में कमी करने से भी नहीं हिचक रहे हैं.
शादी में खर्च करने वालों की संख्या अभी भी ज्यादा हालांकि शादी में खर्च करने वालों की संख्या अभी भी ज्यादा है. Weddingz.in के मुताबिक 23.2 फीसदी लोग बड़े बजट की शादियों के लिए तैयार हैं. जबकि 17.6 फीसदी लोग केवल अपने नजदीकी लोगों के साथ शादी समारोह आयोजित करना चाहते हैं. यही नहीं अब युवा पीढ़ी अपनी शादियों की योजना बनाने के लिए डिजिटल होती दुनिया में तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल करने में जुट गई है.
संगीत से लेकर हल्दी सेरेमनी तक मनाने पर जोर Weddingz.in के मुताबिक शादी के पहले प्री वेडिंग शूट कराने का ट्रेंड बढ़ गया है. वहीं शादी को केवल एक दिन का उत्सव बनाने की जगह संगीत कार्यक्रम, हल्दी सेरेमनी समेत तमाम दूसरे आयोजनों के साथ मनाने में दिलचस्पी बढ़ रही है. ऐसे में संगीत कार्यक्रम से लेकर शादी के डीजे-म्यूजिक और खाने पर लोग दिल खोलकर खर्च करने को तैयार हैं.
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