
Robin Uthappa Retirement: धोनी के स्टार धुरंधर रॉबिन उथप्पा को 7 साल से नहीं मिली टीम में जगह, 20 साल करियर के बाद लिया संन्यास
AajTak
IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम के लिए क्रिकेट खेलने वाले स्टार ओपनर रॉबिन उथप्पा ने इंटरनेशनल और भारतीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उथप्पा ने टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच 2015 में खेला था. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर संन्यास का ऐलान किया.
Robin Uthappa Retirement: भारतीय टीम के स्टार ओपनर रहे रॉबिन उथप्पा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. उन्होंने सभी फॉर्मेट और भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. टीम इंडिया ने जब टी20 वर्ल्ड कप का पहला यानी 2007 सीजन जीता था, तब उथप्पा टीम के स्टार ओपनर रहे थे. तब टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे. उथप्पा ने आखिरी मैच आईपीएल में धोनी की कप्तानी में ही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला.
36 साल के उथप्पा का करियर काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है. वह पिछले 7 साल से टीम में जगह बनाने के लिए जूझ रहे थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल सका. उथप्पा ने टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच 2015 में खेला था. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर संन्यास का ऐलान किया.
20 साल पहले शुरू किया था प्रोफेशनल क्रिकेट
दाएं हाथ के बल्लेबाज उथप्पा कहा, 'मुझे पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किए हुए 20 साल हो गए हैं, और अपने देश और राज्य (कर्नाटक) का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान रहा है. उतार-चढ़ाव भरी यह अद्भुत यात्रा शानदार रही है. इसने मुझे एक इंसान के रूप में विकसित होने का मौका दिया.'
It has been my greatest honour to represent my country and my state, Karnataka. However, all good things must come to an end, and with a grateful heart, I have decided to retire from all forms of Indian cricket. Thank you all ❤️ pic.twitter.com/GvWrIx2NRs
2006 में डेब्यू किया था रॉबिन उथप्पा ने

भारत के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी का टूर्नामेंट खास रहा है. भारत दो बार इसका विजेता रहा है. लेकिन साल 2013 की जीत का स्वाद कुछ अलग था. उस दौरान टीम की सेलेक्शन पर सवाल उठे थे, कप्तान से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तीखे सवाल किए गए थे. सभी को लग रहा था कि एक युवा टीम चैम्पियंस ट्रॉफी जितना बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सकती. लेकिन उस टीम ने सभी को गलत साबित किया. आज हम उसी चैम्पियंस ट्रॉफी की पूरी कहानी जानेंगे.

Champions Trophy: करो या मरो... रोहित-कोहली के लिए ये चैम्पियंस ट्रॉफी किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं!
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में 8 टीमें खिताब के लिए जोर आजमाइश करने के लिए तैयार हैं. 19 फरवरी को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच कराची में उद्घाटन मैच के साथ ही अगले तीन हफ्ते तक इस टूर्नामेंट को जोर दिखेगा.