Post Covid Recovery: कोरोना की वजह से हुई कमजोरी ऐसे होगी ठीक, कोविड के बाद मरीज इन बातों का रखें ध्यान
Zee News
कोरोना मरीजों के रिकवर होने के बाद भी एक समस्या जो ज्यादातर लोगों में देखने को मिल रही है वह है कमजोरी. लिहाजा बेहद जरूरी है कि आप अपने खान-पान और दवाइयों का ध्यान रखें.
नई दिल्ली: इस वक्त पूरा देश कोरोना वायरस महामारी () से जूझ रहा है. हर शहर, हर गली-मोहल्ले में वायरस से संक्रमित सैकड़ों मरीज मौजूद हैं. हर दिन अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी (Oxygen shortage) की खबरें भी सामने आ रही हैं. लेकिन डॉक्टरों का यही कहना है कि कोरोना के 80 प्रतिशत से ज्यादा मरीज घर में यानी Home Isolation के जरिए ही ठीक हो रहे हैं. लिहाजा कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही तुरंत अस्पताल जाने की हड़बड़ी न दिखाएं. हालांकि कोरोना से ठीक होने के बाद भी एक और समस्या है जो मरीजों को परेशान कर रही है और वह है कमजोरी (Weakness). कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को रिकवर होने में करीब 2 हफ्ते (Mild Patients) का समय लगता है तो वहीं गंभीर इंफेक्शन वाले मरीजों को ठीक होने में करीब 4 हफ्ते (Serious Patients) का समय लगता है. लेकिन कोरोना वायरस से रिकवर हो जाने के बाद भी ज्यादातर लोगों को शरीर में कमजोरी की दिक्कत बनी रहती है. ऐसे में पोस्ट कोविड मरीजों (Post Covid Patients) को खाने पीने के साथ ही इन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि कमजोरी से उबरने में मदद मिल सके.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.