Paper leak: उत्तराखंड पेपर लीक मामले में एक साल से जेल में बंद था आरोपी, SC ने किया रिहा
AajTak
UKSSSC Paper leak Case: यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में हाकम सिंह को पिछले साल 14 अगस्त को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था जब वह पंजाब नंबर की कार से उत्तरकाशी के आराकोट होते हुए हिमाचल प्रदेश की सीमा में घुसकर फरार होने की जुगत में था. हाकम सिंह को अब सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहाई का आदेश मिल गया है.
उत्तराखंड राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा के पेपर लीक केस के आरोपी हाकम सिंह को करीब सालभर जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहाई का आदेश मिल गया है. हाकम सिंह के साथ ही शशिकांत और विपिन बिहारी को भी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है.
यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में हाकम सिंह को पिछले साल 14 अगस्त को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था जब वह पंजाब नंबर की कार से उत्तरकाशी के आराकोट होते हुए हिमाचल प्रदेश की सीमा में घुसकर फरार होने की जुगत में था. हाकम सिंह पिछले वर्ष अगस्त से देहरादून की सुधोवाला जेल में बंद है. स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में हाकम सिंह को गिरफ्तार किया गया था.
आरोप है कि उसने दर्जनों अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उन्हें हल किया हुआ पेपर मुहैया कराया है. एसटीएफ ने कई अभ्यर्थियों के मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान भी दर्ज कराए हैं. इनमें हाकम सिंह और उनकी बातचीत की पुष्टि हुई है. हाकम सिंह ने अक्टूबर में मजिस्ट्रेट कोर्ट से जमानत लेने का प्रयास किया था. लेकिन जमानत नही मिली थी.
यह है पूरा मामला उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद हंगामा मच गया था. अभ्यर्थी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे. हंगामे के बाद खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक्टिव मोड में आ गए थे. सीएम धामी ने यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस को लेकर समीक्षा बैठक की थी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए थे. सीएम धामी ने ये भी कहा था कि दोषियों की संपत्ति जब्त की जाएगी और परीक्षा रद्द कर नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू की जाएगी. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
बता दें कि भाजपा ने उत्तर काशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह पेपर लीक मामले में शामिल पाए जाने के बाद भाजपा ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. पुलिस पूछताछ में पता चला था कि उसके पहले भी कई भर्तियों में धांधली की थी. उत्तर प्रदेश के कुछ नकल माफियाओं से हाकम सिंह का संपर्क था.
गुजरात के मुख्य सचिव की ओर से कोर्ट में हलफनामा पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि राज्य सरकार के 27 विभिन्न विभागों में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 21,114 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं. इन रिक्तियों में 9,251 पद दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए, 4,985 पद श्रवण बाधितों के लिए, 1,085 पद लोकोमोटर विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए, और 5,000 पद अन्य विकलांगताओं से प्रभावित व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.