Nuclear Weapon: यूक्रेन नहीं टेक रहा घुटने, पुतिन कर सकते हैं 'टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन' का इस्तेमाल!
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अगर आज के हालात देखें तो प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह मोटे तौर पर दुनिया दो गुट में बंटी हुई नजर रही है. एक तरफ यूक्रेन के साथ नाटो मुल्क के साथ पश्चिमी देश खुलकर साथ हैं, और दूसरी चरफ एटमी ताकत वाले रूस को चीन का खुला समर्थन मिल रहा है. खतरा विश्वयुद्ध का इसलिए है क्योंकि पुतिन अब खाली हाथ लौटने को तैयार नहीं हैं, वहीं अमेरिका किसी भी कीमत पर यूक्रेन को बचाना चाहता है. यूक्रेन की तरफ से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि रूसी सेना प्रतिबंधित हथियारों के साथ-साथ मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है. डिफेंस एक्सपर्ट मानते हैं कि अतीत के पन्नों को देखते हुए पुतिन यूक्रेन में शर्मनाक हार से बचने के लिए परमाणु हमला कर सकते हैं, अगर ऐसा हुआ तो विश्वयुद्ध पक्का है. देखें ये रिपोर्ट.
यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन पर इंटरकंटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल (ICBM) से हमला किया. रूस इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. बड़ी बात ये है कि क्रेमलिन ने अपने विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता को इस बात की पुष्टि करने से मना कर दिया. लेकिन ये बातचीत लीक हो गई क्योंकि प्रवक्ता ने फ़ोन पर बात करते वक्त अपने माइक को ऑफ नहीं किया. हमारे पास इस बातचीत का पूरा वीडियो है.
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने पैसेंजर वैन पर बरसाईं गोलियां, हमले में 17 लोगों की मौत
आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.