Noida: ट्विन टावर गिरने पर उड़ेगा धूल का अंबार, रोकने के लिए फॉगिंग मशीन का किया ट्रायल
AajTak
Noida के चर्चित ट्विन टावर के डिमोलिशन के बाद धूल के अंबार को शांत करने के लिए नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने फॉगिंग मशीन का ट्रायल किया. अधिकारियों का कहना है कि डिमोलिशन के बाद भारी मात्रा में धूल उड़ने से लोगों को परेशानी हो सकती है. इसे दबाने के लिए मशानों से पानी का छिड़काव किया जाएगा.
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा के बहुचर्चित ट्विन टावर का डिमोलिशन कल यानी 28 अगस्त दोपहर 2:30 बजे होना है. इसके लिए ध्वस्तीकरण करने वाली कंपनी और स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसी कड़ी में प्राधिकरण ने ध्वस्तीकरण के बाद भारी मात्रा में उड़ने वाली धूल को शांत करने के लिए फॉगिंग मशीनों का ट्रायल किया, ताकि ध्वस्तीकरण के बाद युद्ध स्तर पर धूल को अंबार को शांत किया जा सके.
ट्विन टॉवर के ध्वस्तीकरण से पहले पानी के टैंक और फॉगिंग मशीन का ट्रायल किया गया. यह ट्रायल नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किया. उनका कहना है कि यह ट्रायल इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि कल 28 अगस्त दोपहर 2:30 बजे नोएडा के सेक्टर 93 A में स्थित 32 मंजिला ट्विन टावर का ब्लास्ट करके डिमोलिशन होना है. इससे भारी मात्रा में धूल उठेगी.
युद्ध स्तर पर कई फॉगिंग मशीनों से किया जाएगा पानी का छिड़काव
धूल आसपास के पूरे इलाके में फैलने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसी समस्या से निजात पाने के लिए नोएडा प्राधिकरण युद्ध स्तर पर कई फॉगिंग मशीन को जगह-जगह लगाएगा. जल्द से जल्द धूल को शांत करने की कोशिश की जाएगी. यही कारण है कि फॉगिंग मशीनों का ट्रायल किया जा रहा है.
बता दें कि पॉल्यूशन कंट्रोल क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण ने बताया कि इतने बड़े ऊंचे टॉवर में डिमोलिशन के बाद कितनी मात्रा में धूल निकलकर कितनी एरिया में फैलेगी, हमारे पास कोई ऐसा आंकड़ा नहीं है. यह उस समय के हवा के रुख पर निर्भर करेगा कि धूल आसपास के एरिया में किधर का रुख करती है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.