NCP के बाद अब शिवसेना शिंदे गुट नाराज, कहा- 7 सांसदों के बाद नहीं मिला एक भी कैबिनेट मंत्रालय
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महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.
मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से अजित पवार गुट की एनसीपी की नाराजगी के बाद एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना की भी नाराजगी सामने आ रही है. पार्टी के चीफ व्हीप श्रीरंग बारणे का कहना है कि एक तरफ जहां, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और एचडी कुमारस्वामी की पार्टी को कम सीट मिलने के बाद भी कैबिनेट मंत्रालय दिया गया है, वहां उनकी पार्टी के सात सांसद होने के बावजूद सिर्फ स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री का ही पद दिया गया.
श्रीरंग बारणे ने कहा, "हम कैबिनेट में जगह की उम्मीद कर रहे थे. चिराग पासवान के पांच सांसद हैं, मांझी के एक सांसद हैं, जेडीएस के दो सांसद हैं, फिर भी उन्हें एक कैबिनेट मंत्रालय मिला है. फिर 7 लोकसभा सीटें मिलने के बावजूद शिवसेना को सिर्फ एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) क्यों मिला."
'शिवसेना को मिलनी चाहिए कैबिनेट मंत्री का पद', श्रीरंग बारणे
शिवसेना के चीफ व्हिप ने कहा, "हमारी शिवसेना के स्ट्राइक रेट को देखते हुए हमें कैबिनेट मंत्री पद दिया जाना चाहिए था." यह बात कहते हुए शिंदे गुट के सांसद श्रीरंग बारणे ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
श्रीरंग बारणे ने कहा कि एनडीए के अन्य घटक दलों के एक-एक सांसद चुने गए, लेकिन उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया है, तो फिर बीजेपी ने शिंदे गुट के प्रति इतना अलग रुख क्यों अपनाया?
शिवसेना सांसद ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो परिवार के खिलाफ आकर महागठबंधन में शामिल हुए अजित पवार को मंत्री पद दिया जाना चाहिए था. साथ ही बीजेपी को सतारा सांसद उदयनराजे भोसले को यह मंत्री पद देना चाहिए था.
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