
Manoj Bajpayee के पिता भी बनना चाहते थे एक्टर, नई किताब में खुलेंगे कई रोचक राज
AajTak
मनोज बाजपेयी से पहले उनके किसान पिता भी अपने जमाने में एक्टर बनना चाहते थे और उन्होंने भी पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिले के लिए आवेदन दिया था. ऐसी कई दिलचस्प जानकारियों को समेटे मनोज बाजपेयी की जीवनी बाजार में आ रही है. पेंगविन इंडिया द्वारा प्रकाशित ‘मनोज बाजपेयी, कुछ पाने की जिद’ को लिखा है वरिष्ठ पत्रकार पीयूष पांडे ने.
बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी को बिहार का गौरव कहा जाता है लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि उनकी जड़े उत्तर प्रदेश में हैं. उनके परदादा उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले थे और निर्वासित होकर बिहार पहुंचे थे. इसी तरह, मनोज बाजपेयी से पहले उनके किसान पिता भी अपने जमाने में एक्टर बनना चाहते थे और उन्होंने भी पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिले के लिए आवेदन दिया था. ऐसी कई दिलचस्प जानकारियों को समेटे मनोज बाजपेयी की जीवनी बाजार में आ रही है. पेंगविन इंडिया द्वारा प्रकाशित ‘मनोज बाजपेयी, कुछ पाने की जिद’ को लिखा है वरिष्ठ पत्रकार पीयूष पांडे ने.

सेंसर बोर्ड ने 'बैड न्यूज' में विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी के तीन किसिंग सीन काटकर करीब 27 सेकंड छोटे किए थे. सेंसर बोर्ड पहले भी फिल्मों में कई 'आपत्तिजनक' सीन्स कटवाता रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सेंसर बोर्ड्स 125 साल पहले लगी एक आग की वजह से अस्तित्व में आए? पेश है फिल्म सेंसरशिप का इतिहास.