Jobs: युवाओं के लिए खुशखबरी! वाराणसी के रोजगार मेले में एक साथ 1134 लोगों को दी गईं नौकरियां
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उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जॉब फेयर में पांच हज़ार से ज़्यादा युवा शामिल हुए. उनको 1134 नौकरियाँ मौक़े पर ही सिर्फ़ वॉक इन इंटरव्यू या टेस्ट के ज़रिए दी गई. कुछ कम्पनियों ने शॉर्टलिस्ट कर युवाओं को आगे के लिए संपर्क किया है.अब तक एक ही आयोजन में स्थानीय स्तर पर इतनी ज़्यादा नौकरी के अवसर नहीं दिए गए थे.
यूपी सरकार प्रदेश भर में रोज़गार मेले का आयोजन कर रही है. हर ज़िले में जॉब फ़ेयर के ज़रिए छोटी बड़ी नौकरियां दी जा रही हैं. वाराणसी के काशी विद्यापीठ में चल रहा जॉब फ़ेयर पूर्वांचल के युवाओं के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है. इसमें न सिर्फ़ बड़ी कम्पनियां शामिल हैं बल्कि वाराणसी और पूर्वांचल की स्थानीय कम्पनियां भी इसमें हिस्सा ले रही हैं. ये कम्पनियां युवाओं को वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों में नौकरी के अवसर दे रही हैं.
बता दें उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जॉब फेयर में पांच हज़ार से ज़्यादा युवा शामिल हुए. उनको 1134 नौकरियाँ मौक़े पर ही सिर्फ़ वॉक इन इंटरव्यू या टेस्ट के ज़रिए दी गई. कुछ कम्पनियों ने शॉर्टलिस्ट कर युवाओं को आगे के लिए संपर्क किया है.अब तक एक ही आयोजन में स्थानीय स्तर पर इतनी ज़्यादा नौकरी के अवसर नहीं दिए गए थे. दो दिन में 1100 से ज़्यादा नौकरी देने के लक्ष्य को तय किया गया था.
इस जॉब फ़ेयर में 55 कम्पनियां शामिल हुईं जिसमें ख़ास तौर पर होटेल इंडस्ट्री, व्यापारिक प्रतिष्ठान,बड़े रीटेल स्टोर,आई टी कम्पनियां शामिल हैं. सुविधा के लिए काशी विद्यापीठ के अलग अलग विभागों में अलग-अलग क्षेत्रों की कम्पनियों को स्थान दिया गया है. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ(MGKV) के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ नवरत्न सिंह कहते हैं ‘इसकी शुरुआत वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न की वजह से हुई. कोरोना काल में पूर्वांचल के युवाओं को बड़ी संख्या में मुंबई , दिल्ली या एनसीआर क्षेत्र से नौकरी छोड़कर आना पड़ा था. तब प्रधानमंत्री ने युवाओं को इस बात का भरोसा दिलाया था कि उनको घर के पास नौकरी मिलेगी.
कोविड के संकट काल के बाद पूर्वांचल अपने-अपने घर लौटे युवा मध्यम दर्जे की नौकरी के लिए वापस उन शहरों में नहीं जाना चाहते थे क्योंकि न तो वो मुंबई, दिल्ली, गुड़गाँव, बैंग्लोर जैसे शहरों में रहने का खर्चा उठा पा रहे थे न ही घर से दूर लम्बे समय तक बिना नौकरी के रह सकते थे. ऐसे युवा भी इस जॉब फ़ेयर में शामिल हुए. साथ ही वाराणसी और आस-पास के ज़िलों के छात्र भी बड़ी संख्या में आए.पूर्वांचल के 11 ज़िलों से आए युवा 4-5 जून को हुए इस जॉब फ़ेयर में शामिल हुए. युवाओं की संख्या ज़्यादा होने की वजह से कुछ की प्रक्रिया आगे भी जारी रखनी पड़ी. इसमें ग़ाज़ीपुर, बलिया, जौनपुर, मऊ, आज़मगढ़, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र जैसे ज़िले शामिल हैं. इनमें बड़ी संख्या लड़कियों की है तो उन युवाओं की भी जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं और नौकरी भी साथ में करना चाहते हैं.
वाराणसी की रहने वाली प्रीतिलिका ने कहती हैं कि ‘टाटा मोटर्स में मेरा इंटरव्यू हुआ है और उन्होंने मुझे अप्रूव कर दिया है।उन्होंने मुझे दो ऑप्शन दिए थे. लखनऊ और वाराणसी।ज़ाहिर है मैं वाराणसी को चुन रही हूँ क्योंकि मैं घर पर रहकर ही काम नौकरी करना चाहती हूँ.’ वहीं आयुषी कहती हैं कि मैंने ITI किया है और मुझे यहाँ बेहतर अवसर की उम्मीद थी. दो कम्पनियों में इंटरव्यू दिया है. वाराणसी में ही रहना होगा जिससे आगे की पढ़ाई जारी रख सकती हूँ.’
इस जॉब फ़ेयर में टेकस्टाइल, ऑटोमोबाइल, सर्विस सेक्टर, रियल इस्टेट,बैंकिंग,आई टी सॉफ़्टवेयर, एजुकेशन, ऑनलाइन एजूकेशन जैसे क्षेत्रों की कम्पनियों ने हिस्सा लिया।HDFC, Idfc, रमाडा, ट्यूलिप हॉलिडेज़, BYJU’s, तनिष्क, टाटा मोटर्स, जॉनसन टाइल्स, techMahindra , टेक्नोटास्क, डिक्सन टेक्नोलॉजी जैसी कम्पनियां इसमें शामिल हुईं. आने वाले युवाओं को कोई दिक़्क़त न हो इसके लिए काशी विद्यापीठ के छात्रों को ही वॉलेंटियर के तौर पर लगाया गया था. इस जॉब फ़ेयर के लिए 5500 युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जबकि उससे ज़्यादा 5578 छात्र शामिल हुए. 1134 युवाओं को मौक़े पर ही इंटरव्यू के बाद जॉब लेटर दे दिया गया. 400 युवा ऐसे हैं जिनको शॉर्ट लिस्ट किया गया है और अभी प्रक्रिया में हैं.
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