Google ने AI के लिए की बड़ी डील, न्यूक्लियर रिएक्टर से मिलेगी पावर, 7 प्लांट लगाने की तैयारी
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Google ने अपने AI के लिए एक बड़ी डील साइन की है. इसमें कंपनी ने छोटे मॉड्यूलर न्यूक्लियर प्लांट से एनर्जी के लिए Kairos के साथ पार्टनरशिप की है. कंपनी को AI के लिए ज्यादा पावर की जरूरत है और आने वाले दिनों में ये डिमांड और बढ़ेगी. इस जरूरत को पूरा करने के लिए कंपनी ने ये बड़ी डील की है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
Google ने सोमवार को दुनिया का पहला ऐसा कॉर्पोरेट एग्रीमेंट साइन किया है, जिसका मकसद मल्टीपल छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) से पावर इलेक्ट्रिसिटी खरीदना है. कंपनी इसकी मदद से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की इलेक्ट्रिसिटी डिमांड को पूरा करेगा.
टेक्नोलॉजी कंपनी ने यह एग्रीमेंट Kairos Power के साथ किया है. Kairos का पहला स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर साल 2030 तक ऑनलाइन आएगा. इसके बाद 2035 तक आगे के मॉड्यूलर को जोड़ा जाएगा.
कंपनियों ने अभी तक इस डील की फाइनेंशियल डिटेल्स को शेयर नहीं किया है. इस एग्रीमेंट के तहत ये प्लांट्स अमेरिका में तैयार किए जाएंगे. इनकी मदद से AI सिस्टम के लिए पावर सप्लाई की जाएगी.
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Google ने कहा है कि उसने टोटल 500 मेगावाट्स पावर की डिमांड के लिए एग्रीमेंट्स किया है. यह पावर 7 SMR से मिलेगी, जो आज के न्यूक्लीयर रिएक्टर की तुलना में काफी छोटे साइज के होंगे.
कई टेक्नोलॉजी फर्म ने हाल ही में न्यूक्लियर पावर कंपनियों के साथ पार्टनरशिप की है. AI सिस्टम के लिए अचानक से ज्यादा पावर डिमांड देखी जा रही है, जिसे पूरा करने के लिए ये पार्टनरशिप की जा रही हैं.
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