Gangotri Yatra 2021: इस तारीख पर खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, शुरू हुईं तैयारियां
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हर साल लाखों लोग चार धाम की यात्रा करने जाते हैं. पर पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना का कहर जारी है. सरकार के निर्देशानुसार, कहीं नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है तो किसी राज्य में पूर्णता: लॉकडाउन घोषित कर दिया है. इसके चलते उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट खोलने का शुभ मुहूर्त निकाल दिया गया है.
हर साल लाखों लोग चार धाम की यात्रा करने जाते हैं. पर पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना का कहर जारी है. सरकार के निर्देशानुसार, कहीं नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है तो किसी राज्य में पूर्णता: लॉकडाउन घोषित कर दिया है. इसके चलते उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट खोलने का शुभ मुहूर्त भी निकाला गया. इस पावन धाम के कपाट 15 मई को खोले जाएंगे. अक्षीय तृतीय के शुभ अवसर पर पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर सुबह 7.30 मिनट पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं कि लिए खोले जाएंगे. चैत्र नवरात्रि के इस पावन पर्व पर गंगोत्री पुरोहितों द्वारा मंदिर के कपाट खोलने का शुभ मुहूर्त निकाला गया. शुभ मुहूर्त के अनुसार 14 मई को 11.45 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा से गंगोत्री के लिए रवाना होगी. धार्मिक कथाओं के अनुसार, सर्दियां शुरू होते ही मां गंगा अपने घर मुखबा चली जाती हैं और पूरी सर्दी वहीं विराजमान रहती हैं. 14 मई को मां गंगा की डोली मुखबा से गंगोत्री के लिए रवाना होगी. भैरव धाम में रात्रि विश्राम करने के बाद 15 मई की सुबह मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी. माना जाता है कि इस यात्रा के दौरान भैरव मंदिर का खास महत्व है. बिना भैरव मंदिर के दर्शन किए यह यात्रा पूरी नहीं मानी जाती. अक्षय तृतीय के शुभ अवसर पर 15 मई की सुबह मां गंगा की डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी. जहां विधिवत पूजा-पाठ के साथ सुबह 7.30 मिनट पर इस पावन धाम के कपाट अगले 6 माह के लिए खोल दिए जाएंगे. हालांकि, डोली यात्रा के दौरान इसमें शामिल लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. सूत्रों के अनुसार, कोरोना के चलते श्रद्धालुओं को भी गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना अनिवार्य होगा. कोरोना काल में जहां एक तरफ इस महामारी से जंग जारी है. वहीं भक्त भी अपनी भक्ति से पीछे नहीं हटते. पिछले साल लॉकडाउन के चलते श्रद्धालुओं को धाम में आने की अनुमति नहीं थी. इस बार लोग काफी संख्या में आ सकते हैं. इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती के साथ करें.Drone Delivery: ड्रोन का इस्तेमाल अब खेती से लेकर डिलीवरी और युद्ध तक में हो रहा है. हालांकि, शहरों और रिमोट एरिया में ड्रोन डिलीवरी में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. इसकी वजह इनकी पहुंच का आसान होना है. जहां रिमोट एरिया में रास्तों की चुनौती होती है, तो शहरों में ट्राफिक इन रास्ते का रोड़ा होता है. ऐसे में ड्रोन्स कैसे डिलीवरी के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं.
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