Double Gift for Economy: भारत के खजाने में आया तेज उछाल, सोना भी लबालब भरा... पाकिस्तान का भी देखिए हाल
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अक्टूबर- 2021 में सबसे ज्यादा देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 645 अरब डॉलर हो गया था. देश में सोने के भंडार में भी इजाफा हुआ है. स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) का मूल्य 49.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 45.92 अरब डॉलर हो गया है.
दुनियाभर में आर्थिक चुनौतियों की वजह से इकोनॉमी (Economy) की गाड़ी थोड़ी धीमी हो गई है. लेकिन भारत तेजी से आर्थिक विकास करने वाले देशों में सबसे आगे है. सही नीतियों की वजह से देश का खजाना लगातार बढ़ता जा रहा है. खासकर विदेशी मुद्रा भंडार (India Forex Reserves) में तेज उछाल आया है. 27 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 586.11 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. पिछले हफ्ते के मुकाबले विदेशी मुद्रा भंडार में 2.58 अरब डॉलर का इजाफा आया है.
विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा
इससे पहले 6 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14.166 अरब डॉलर घटकर 5 महीने के निचले स्तर 584.74 अरब डॉलर पर आ गया था. बता दें, अक्टूबर- 2021 में सबसे ज्यादा देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 645 अरब डॉलर हो गया था.
लेकिन पिछले साल वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुए दबावों के बीच आरबीआई ने रुपये की विनिमय दर में गिरावट को रोकने के लिए इस पूंजी भंडार का उपयोग किया था, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई.
सोने के भंडार में भी तेज उछाल
इस दौरान विदेशी करेंसी एसेट्स में भी तेजी आई है. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 27 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी करेंसी असेट्स 2.303 अरब डॉलर बढ़कर 517.504 अरब डॉलर रहा. डॉलर में उतार-चढ़ाव की जाने वाली विदेशी मुद्रा में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है.
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