Delhi MCD Election: तीनों निगम हुए एक तो एमसीडी चुनाव में आरक्षित सीटों पर फंसेगा पेंच ?
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Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के तीनों निगम के एकीकरण को लेकर सियासी महकमों में चर्चा काफी गर्म हैं. ऐसे में अगर एकीकरण लागू हुआ तो नए प्रावधानों के तहत किस समुदाय के लिए कितनी सीट आरक्षित रहेंगी? इस सवाल पर सबकी नजरें हैं.
MCD Election 2022: दिल्ली में एमसीडी चुनावों की तारीखों का ऐलान कब होगा. इस अभी सस्पेंस बरकरार है. वहीं, तीनों निगमों के एकीकरण पर एक राय सभी सियासी पार्टियां अपना नफा-नुकसान लगाने में जुटी हुई हैं. तो खबर है कि इसी हफ्ते संसद में तीनों निगमों को एक करने का प्रस्ताव आ सकता है.
सूत्रों ने बताया कि चूंकि दिल्ली नगर निगम में चुनाव 18 मई से पहले करवाना है और स्टेट इलेक्शन कमीशन (एसईसी) को एक महीने का वक्त भी चाहिए कि वो तारीखों को घोषित कर सके. ऐसे में संसद कोई भी फैसला तारीखों को ध्यान में रखेगी. लिहाजा 16 अप्रैल से पहले संसद को फैसला लेना होगा.
अगर एकीकरण लागू हुआ तो नगर निगम में पहले से जारी रिजर्वेशन सिस्टम पर पेंच जरूर फंसेगा. मसलन- निगम में रिजर्वेशन की नई स्थिति होगी, किस समुदाय के कितनी सीटों रिजर्व रहेंगी और महिलाओं के लिए कितनी सीट आरक्षित होंगी. ऐसे सवाल सबके सामने हैं.
अभी पहले साल में मेयर का पद महिलाओं के लिए तीसरे साल में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वहीं, वार्ड वाइज देखें तो तीनों निगमों में रिजर्व, महिला और अनरिजर्व सीटें की स्थिति इस प्रकार है--
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 104 में से 15, उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 104 में से 20 और पूर्वी के 64 में से 11 वार्ड अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं.
साउथ दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी)
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