CoWin को लेकर सरकार ने ऐसा कौन सा फैसला लिया है, जिस पर चिंता जता रहे हैं एक्सपर्ट
AajTak
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने कोविन पोर्टल में कुछ बदलाव किए हैं. सरकार ने कोविन प्लेटफॉर्म के एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस यानी API को थर्ड पार्टी एप्स के लिए ओपन कर दिया है. इससे सरकार को उम्मीद है कि डेटा का उपयोग कर थर्ड पार्टी एप्स आम लोगों की मदद कर सकेंगे.
वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने कोविन पोर्टल में कुछ बदलाव किए हैं. सरकार ने कोविन प्लेटफॉर्म के एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस यानी API को थर्ड पार्टी एप्स के लिए ओपन कर दिया है. इससे सरकार को उम्मीद है कि डेटा का उपयोग कर थर्ड पार्टी एप्स आम लोगों की मदद कर सकेंगे. इससे पहले कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि अगर कोविन के एपीआई को पब्लिक किया जाता है, तो इससे उसका दुरुपयोग होने का खतरा भी है. हालांकि, कोविन चीफ डॉ. आरएस शर्मा का कहना है कि इसका गलत इस्तेमाल करना नामुमकिन है, क्योंकि ये रजिस्ट्रेशन के लिए ओटीपी मांगता है. Today, we have opened Co-Win APIs for vacancies search and downloading certificates of vaccinations for third party applications. API specs can be found at https://t.co/2t0Ac8Ftmi. कुछ एक्सपर्ट का दावा है कि एपीआई डाटा को पब्लिक कर देने भर से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस ऑटोमेट करने के लिए नहीं किया जा सकता है. बल्कि इसका इस्तेमाल सेल्फ-रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के लिए रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) के साथ किया जा सकता है. हालांकि, इसके लिए भी तकनीक और संसाधनों की जरूरत होगी, ताकि प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा लोगों का रजिस्ट्रेशन हो सके. लेकिन ये कठिन टास्क है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.