CBSE Class 12 Board Exam 2021: जुलाई-अगस्त में एग्जाम, सितंबर में रिजल्ट, जानें- बोर्ड का प्लान
AajTak
CBSE Class 12 Board Exam 2021: ऐसी संभावना है कि सीबीएसई बोर्ड इस साल 12वीं की परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच आयोजित करा सकती है. शिक्षा मंत्री पांच दिन बाद यानी 1 जून को कन्फर्म डेट साझा करेंगे, आइए जानते हैं बोर्ड का प्लान क्या है.
कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है. इसके लिए सभी राज्य सरकारों से भी राय मांगी गई है. बता दें कि वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का प्लान है कि सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त तक आयोजित कराई जाए. आइए जानें बोर्ड ने किस तरह प्लान के साथ प्लान बी भी तैयार किया है. कोविड-19 की दूसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीबीएसई, सीआईएससीई समेत विभिन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं व अन्य प्रवेश परीक्षाएं लगातार पोस्टपोन हो रही हैं. ऐसे में सरकार ने राज्यों से वहां की स्थिति को देखते हुए जरूरी विषयों के साथ 12वीं की संक्षिप्त प्रारूप में परीक्षा कराने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पहले बोर्ड परीक्षार्थियों और ड्यूटी में तैनात होने वाले शिक्षकों का टीकाकरण किया जाए, तभी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएं. सीबीएसई बोर्ड की ओर से क्या हैं एग्जाम को लेकर दो प्लानRedmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.