AAP ने पहली ही लिस्ट में कांग्रेस के खिलाफ 11 सीटों पर उतारे उम्मीदवार, अलग लड़ने से किसे फायदा-किसे नुकसान?
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AAP ने अपनी पहली लिस्ट में 20 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. जिन 11 सीटों पर कांग्रेस पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, वहां पर भी AAP ने प्रत्याशी उतारे हैं. ये सीटें हैं- उचान कलाँ, मेहम, बादशाहपुर, नारायणगढ़, समालखा, दाबवली, रोहतक, बहादुरगढ़, बादली, बेरी और महेन्द्रगढ़.
यूं तो सियासत में हर कदम पर जोड़-घटाव, गुना-भाग लगा रहता है. इसी तरीके से हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन बनते-बनते रह गया तो उसमें भी नफा-नुकसान तो होगा ही. चुनाव से पहले गठबंधन की कोशिश दोनों पार्टियों में चलती रही. जाहिर सी बात है उम्मीदें दोनों को कुछ न कुछ रही होंगी. तोल-मोल भी चला होगा, कई राउंड बातचीत में मान मनौव्वल के साथ ही तल्खी भी देखने को मिली ही होगी.
अब जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है तो आधिकारिक तौर पर कहा जा सकता है कि गठबंधन की उम्मीद टूट गई लेकिन इससे फासदा किसे होगा, बड़ा सवाल ये है. AAP ने अपनी पहली लिस्ट में 20 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. जिन 11 सीटों पर कांग्रेस पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, वहां पर भी AAP ने प्रत्याशी उतारे हैं. ये सीटें हैं- उचान कलाँ, मेहम, बादशाहपुर, नारायणगढ़, समालखा, दाबवली, रोहतक, बहादुरगढ़, बादली, बेरी और महेन्द्रगढ़.
आम आदमी पार्टी के पैर जमेंगे या उखड़ेंगे?
दरअसल गठबंधन की बातचीत में जो सबसे अहम बात थी वो कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का ये डर था कि कहीं आम आदमी पार्टी को गठबंधन के बहाने पैर जमाने का मौका तो नहीं मिल जाएगा. हरियाणा दिल्ली और पंजाब के बीच की कड़ी है और दिल्ली-पंजाब दोनों राज्यों में आम आदमी पार्टी की सत्ता है.
सत्ता से बेदखल होने वाली पार्टी इन दोनों राज्यों में कांग्रेस ही रही है. यानी जो वोट बैंक कांग्रेस का माना जाता रहा उसे आम आदमी पार्टी ने हथिया लिया. कांग्रेसी ये गलती हरियाणा में नहीं करना चाहते. इसलिए आम आदमी पार्टी उनके सहारे हरियाणा में पैर जमा ले, ये उन्हें कतई गंवारा नहीं है.
क्या कांग्रेस अकेले ही जीत को लेकर है आश्वस्त?
दिल्ली के चुनावी माहौल को जानने के लिए आजतक की टीम संगम विहार के लोगों के पास पहुंची. इस बातचीत में जनता ने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में विस्तार से बताया. लोगों ने ये भी बताया उन्हें चुनाव में किस पार्टी से उम्मीदें हैं. इस चर्चा में लोगों ने अलग-अलग विषयों पर अपने विचार रखे. देखें ग्राउंड रिपोर्ट.
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