AAP के निशाने पर प्रवेश वर्मा क्यों हैं? क्या वाकई पूर्व सीएम के बेटे पर दांव लगा सकती है बीजेपी
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आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने प्रवेश वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. आम आदमी पार्टी की रडार पर प्रवेश वर्मा ही क्यों हैं और क्या बीजेपी वाकई दिल्ली में उनके चेहरे पर दांव लगा सकती है?
दिल्ली की चुनावी लड़ाई अब कैश पर आ गई है. सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने चुनाव बाद सत्ता में आने पर महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर इस योजना के लिए फॉर्म भी भरवा रहे हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व सांसद और नई दिल्ली सीट से संभावित उम्मीदवार प्रवेश वर्मा आम आदमी पार्टी के निशाने पर आ गए हैं. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रवेश वर्मा पर कैश बांटने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
प्रवेश वर्मा पर महिलाओं के लाडली योजना के कार्ड बनाकर 1100 रुपये देने का आरोप लगा है. प्रवेश वर्मा ने पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को इससे सीखने की नसीहत देते हुए दो टूक कह दिया है कि अभी आचार संहिता नहीं लगी है. हम मदद करते रहेंगे. हमारे पास आया कोई भी निराश नहीं लौटेगा. आम आदमी पार्टी और प्रवेश वर्मा के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच सवाल ये भी उठ रहा है कि पूर्व सांसद आखिर सत्ताधारी दल के निशाने पर क्यों आ गए हैं?
AAP के निशाने पर प्रवेश वर्मा क्यों?
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी से लेकर सांसद बांसुरी स्वराज तक, बीजेपी के कई नेता अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के खिलाफ हमलावर हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी की रडार पर सिर्फ प्रवेश वर्मा नजर आ रहे हैं. इसके पीछे भी आम आदमी पार्टी की अपनी रणनीति, अपना गणित वजह बताया जा रहा है.
दरअसल, यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी किसी नेता को चेहरा बनाने की जगह कई राज्यों में सफल साबित हुए सामूहिक नेतृत्व के फॉर्मूले के साथ दिल्ली चुनाव में जाएगी. बीजेपी की रणनीति चुनाव को लोकल लीडरशिप की जगह सेंट्रल लीडरशिप, खासकर पीएम मोदी के चेहरे के इर्द-गिर्द केंद्रित रखने की होगी. दिल्ली में पार्टी के पास अरविंद केजरीवाल के कद का नेता नहीं होना भी इसके पीछे एक वजह बताई जा रही है.
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