Aaj Ki Taza Khabar: पढ़ें 16 जनवरी 2024 की सुबह की टॉप खबरें और अन्य समाचार
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आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 16 जनवरी 2024 की खबरें और समाचार: 14 जनवरी को गोवा से दिल्ली आने वाली फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट कर दिया गया था, जिसके बाद यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया और वह टरमैक पर आकर बैठ गए. यात्रियों का टरमैक पर बैठे हुए वीडियो सामने आने के बाद इंडिगो ने यात्रियों से माफी मांगी. जाने-माने पत्रकार और जिओ पॉलिटिकल एक्सपर्ट फरीद जकारिया ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के पास एक बहुत शक्तिशाली विरासत छोड़ने और जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे महत्वपूर्ण भारतीय प्रधानमंत्री बनने का मौका है.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 16 जनवरी 2024 की खबरें और समाचार: 14 जनवरी को गोवा से दिल्ली आने वाली फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट कर दिया गया था, जिसके बाद यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया और वह टरमैक पर आकर बैठ गए. यात्रियों का टरमैक पर बैठे हुए वीडियो सामने आने के बाद इंडिगो ने यात्रियों से माफी मांगी. जाने-माने पत्रकार और जिओ पॉलिटिकल एक्सपर्ट फरीद जकारिया ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के पास एक बहुत शक्तिशाली विरासत छोड़ने और जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे महत्वपूर्ण भारतीय प्रधानमंत्री बनने का मौका है. कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को आरोप लगाया कि AAP सरकार के मंत्रियों की मदद से पंजाब में अवैध रेत खनन चल रहा है. उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर मामला है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन 20 जनवरी को अपने बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने 8वां समन जारी होने के बाद जांच एजेंसी ईडी को 20 जनवरी को सीएम सचिवालय (सीएम हाउस) आने की जानकारी दी है.
1- कोहरे ने प्लेन यात्रियों को किया बेहाल, जमीन पर बैठकर करते दिखे इंतजार, Indigo ने मांगी माफी
उत्तर भारत में इन दिनों सर्दी का सितम जारी है. कोहरे के चलते ट्रेन और प्लेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. 14 जनवरी को गोवा से दिल्ली आने वाली फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट कर दिया गया था, जिसके बाद यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया और वह टरमैक पर आकर बैठ गए. यात्रियों का टरमैक पर बैठे हुए वीडियो सामने आने के बाद इंडिगो ने यात्रियों से माफी मांगी और कहा कि भविष्य में ऐसी घटना से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे.
2- पीएम मोदी ने पकड़ी हिन्दू गौरव की नब्ज, वह भारत के गौरव को भुनाने में सक्षम: फरीद जकारिया
जाने-माने पत्रकार और जिओ पॉलिटिकल एक्सपर्ट फरीद जकारिया ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के पास एक बहुत शक्तिशाली विरासत छोड़ने और जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे महत्वपूर्ण भारतीय प्रधानमंत्री बनने का मौका है. दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से बात करते हुए फरीद जकारिया ने कहा कि पीएम मोदी के पास भारत की अर्थव्यवस्था को बदलने का मौका है जो अभी भी बहुत संरक्षणवादी (प्रोटेक्शनिस्ट) है.
3- नाराज सिद्धू क्या बिगाड़ेंगे AAP-कांग्रेस गठबंधन का गेम या खुद होंगे क्लीन बोल्ड? AAP के मंत्री पर सैंड माइनिंग स्कैम के मढ़े आरोप
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.